उत्तराखंड के हल्द्वानी से कुमाऊं के बड़े क्षेत्र को जोड़ने वाला गौला पुल पानी के तेज बहाव के चलते खतरे में आ गया है। दरअसल, पुल के एप्रोच का एक बड़ा हिस्सा नदी में समा गया है। इसमें पुल का एक हिस्सा टूटने से अनिश्चितकालीन के लिए आवागमन बंद कर दिया गया है। वहीं मौके पर पहुंचे सांसद अजय भट्ट ने भी गौला पुल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को शीघ्र सुरक्षा कार्य करने के निर्देश दिए है।
जानकारी के अनुसार गौला पुल में पानी का तेज बहाव आने से पुल का एक बड़ा हिस्सा नदी में समा गया है। बताया गया कि ये पुल न सिर्फ पिथौरागढ़, चंपावत, बागेश्वर और अल्मोड़ा जिले को जोड़ता है बल्कि नेपाल बॉर्डर को भी जोड़ने वाला एकमात्र पुल है। फिलहाल पुल का एक हिस्सा टूटने से अनिश्चितकालीन के लिए आवागमन बंद कर दिया गया है। इस दौरान सांसद अजय भट्ट ने भी गौला पुल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को जल्द से जल्द सुरक्षा कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पानी का बहाव कम नहीं हुआ है। लिहाजा पुल का एक हिस्सा लगातार गिर रहा है, इसको देखते हुए अनिश्चितकालीन के लिए यह पुल बंद कर दिया गया है। वहीं आगे कहा कि एक्सपर्ट एजेंसी द्वारा निरीक्षण के बाद पानी कम होने पर ही इस पुल के रिपेयरिंग का काम शुरू होगा।
बता दें कि ऐसे में रेलवे लाइन को भी अब बड़ा खतरा हो गया है। इसमें रेलवे ट्रैक के आसपास लगातार भूस्खलन हो रहा है। इसके अलावा अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम के पास भी भू कटाव हो रहा है, जिससे स्टेडियम को खतरा बना हुआ है। इसके चलते एनएचएआई (NHAI) और स्थानीय प्रशासन, रेलवे और सिंचाई विभाग व वन विभाग के अधिकारियों ने भी मौके का संयुक्त निरीक्षण किया।