उत्तराखंड विधानसभा सत्र के दौरान सदन में जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समान नागरिक संहिता पर चर्चा में बोल रहे थे तो उन्होंने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र किया। इस दौरान उन्होंने जैसे ही त्रेता युग, द्वापर युग की चर्चा की तो सामने बैठे बसपा विधायक मोहम्मद शहजाद को सुनने में गफलत हुई।
बसपा विधायक इसे बाबर युग समझा। यह सुनकर पूरा सदन ठहाकों से गूंज उठा। मुस्कुराते हुए सीएम धामी ने इसे द्वापर युग बताया।
सीएम बोले-मां ने कहा, पहले हो जाना चाहिए था
मुख्यमंत्री धामी ने चर्चा के दौरान अपनी मां से फोन पर बातचीत का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पिछले कई दिनों से समान नागरिक संहिता की तैयारी में वह ज्यादा व्यस्त थे। इस बीच उनकी मां का फोन आया। मां ने पूछा कि विधानसभा का सत्र अचानक क्यों हो रहा है?
आजकल इतनी व्यस्तता क्यों है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि समान नागरिक संहिता की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए ही यह सत्र आहूत किया जा रहा है। इस पर मां ने कहा कि यह काम तो बहुत पहले हो जाना चाहिए था। अब तक ये काम क्यों नहीं हुआ।
चर्चा के दौरान विपक्ष ने भी विरोध जताया
चर्चा के दौरान जब सत्ता पक्ष के विधायक अरविंद पांडे और कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने राम मंदिर, प्राण प्रतिष्ठा का जिक्र किया तो विपक्ष ने इस पर विरोध जताया। विपक्ष का कहना था कि यहां मुद्दा यूसीसी का है, राम मंदिर का नहीं। इसलिए यूसीसी पर ही बोला जाए।