तेलंगाना विधानसभा ने गुरुवार को राज्य में यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी-तेलंगाना की स्थापना के लिए एक विधेयक पारित किया। उद्योग मंत्री डी श्रीधर बाबू ने यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी विधेयक पेश किया और सदन में इस पर चर्चा हुई।
विधेयक पर बोलते हुए, मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने कहा, महात्मा गांधी से प्रेरणा लेते हुए, तेलंगाना सरकार ने विश्वविद्यालय का नाम “यंग इंडिया स्किल यूनिवर्सिटी” रखा। बता दें कि महात्मा गांधी ने स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेजी पत्रिका ‘यंग इंडिया’ शुरू की थी। रेड्डी ने ये भी कहा कि विश्वविद्यालय पीपीपी मॉडल पर चलाया जाएगा।
क्या है इस विश्वविद्यालय का उद्देश्य?
श्रीधर बाबू ने कहा, “हमने प्रस्तावित विश्वविद्यालय पर विश्वविद्यालयों, इंडस्ट्री और छात्रों के साथ इसको लेकर कई दौर की चर्चा की। यह विश्वविद्यालय छात्रों को अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने के लिए तैयार करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।”
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय उद्योग के सहयोग से बीएफएसआई, फार्मा और जीवन विज्ञान, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, खुदरा और ई-कॉमर्स जैसे कुछ क्षेत्रों में छात्रों को कुशल बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा। उन्होंने आगे कहा कि कौशल विश्वविद्यालय के लिए एक स्थायी परिसर यहां के पास मुचार्ला में 50 एकड़ से अधिक में बनाया जाएगा।
मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने विपक्षी दल की महिला पर की थी टिप्पणी
बहस के दौरान, बीआरएस सदस्यों ने अध्यक्ष के समक्ष विरोध प्रदर्शन करते हुए आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बुधवार को विपक्षी दल की महिला सदस्यों पर कुछ टिप्पणी की थी। बाद में, बीआरएस विधायक हरीश राव ने कहा कि उनकी पार्टी विधेयक का समर्थन कर रही है।