भारत एक तरफ तो ग्रीन हाइड्रोजन, सोलर, विंड जैसे गैर पारंपरिक ऊर्जा स्रोतों के क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को आकर्षित करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन साथ ही कच्चे तेल व गैस के खोज व खनन में भी विदेशी कंपनियों को लुभाने की अपनी कोशिश नहीं छोड़ रहा है।
इस क्रम में सोमवार को पीएम नरेन्द्र मोदी की दुनिया की दिग्गज ऊर्जा कंपनियों (इसमें मुख्य तौर पर तेल व गैस सेक्टर की कंपनियां) के प्रमुखों के साथ एक अहम बैठक करेंगे। बैठक में पीएम एक बार फिर इन कंपनियों के समक्ष भारत के तेल व गैस सेक्टर में निवेश फैसला करने का आग्रह करेंगे।
भारत में तेल व गैस की मांग बढ़ने की उम्मीद
वजह यह है कि भारत में अभी भी अगले दो दशकों तक तेल व गैस की मांग में लगातार वृद्धि होने की संभावना है। पीएम मोदी इन कंपनियों के अधिकारियों से बंगलुरू में इंडिया इनर्जी वीक (आइईडब्लू) के दौरान मुलाकात करेंगे।पीएम मोदी की इस मुलाकात को पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालय की तरफ से तेल व गैस खोज के लिए कंपनियों को दी जाने वाली जमीन दोगुनी करने की योजना से जोड़ कर भी देखा जा रहा है।