दुर्ग में बड़ा एनकाउंटर: हिस्ट्रीशीटर को पुलिस ने किया ढेर

दुर्ग जिले में पुलिस ने एनकाउंटर में हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश मार गिराया है। अमित पर 35 से अधिक अपराध दर्ज थे। इससे पहले पुलिस तीन बार एनकाउंटर करके 4 लोगों को ढेर का चुकी है। 

दुर्ग पुलिस ने सबसे पहले वर्ष 2001 में दुर्ग के अंजोरा क्षेत्र में कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह उर्फ सोक को पुलिस टीम पकड़ने गई थी। इस दौरान जहां आरोपी और पुलिस में मुठभेड़ में मारा गया। यह दुर्ग जिले का पहला एनकाउंटर था। कुख्यात आरोपी सुखविंदर सिंह तपन सरकार का करीबी और शूटर था सुखविंदर सिंह और उसके गुर्गे ने एक कारोबारी का अपहरण किया था। जिसके बाद से पुलिस को सुखविंदर की तलाश थी।

दूसरा एनकाउंटर वर्ष 2005 में भिलाई में हुआ था। बहुचर्चित महादेव महार हत्याकांड के मामले में गैंगस्टर तपन सरकार और अन्य आरोपियों में गोविंद विश्वकर्मा भी शामिल था। पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी गोविंद विश्वकर्मा तलपुरी के आसपास है। जिससे घेराबंदी कर पकड़ने की कोशिश की गई, लेकिन गोविंद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोविंद गोली के शिकार हो गए थे। गोविंद विश्वकर्मा भी तपन सरकार के करीबी था।

तीसरा एनकाउंटर वर्ष 2010 में जामुल में हुआ था। जहां नार्थ बस्तर माड़ ज्वाइंट डिविजनल कमेटी के सदस्य नागेश और उसकी पत्नी रावघाट एरिया कमेटी के सदस्य ताराबाई कारतूस खरीदने के लिए भिलाई पहुंचे है। इसकी सूचना मिलने पर पुलिस अलर्ट हुई, जो कारतूस का खरीदने आए है, सूचना पर पुलिस ने दोनो की तलाश शुरू की। तलाशी के दौरान पुलिस को जामुल क्षेत्र में होने की सूचना पर सर्चिंग अभियान चलाकर दोनों का पीछा करते हुए घेराबंदी कर पकड़ने जा रही थी। तभी नागेश ने पुलिस पर फायर कर दिया। जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में नागेश और उसकी पत्नी ताराबाई को गोली लगी, जिससे उसकी मौत हो गई।

चौथी एनकाउंटर 8 अक्तूबर 2024 को हिस्ट्रीशीटर बदमाश अमित जोश मार गया। अमित जोश के खिलाफ जिले में 35 से अधिक अपराध दर्ज थे। अमित जोश 14 साल की उम्र से ही अपराध की दुनिया में आ गया था। अमित जोश पर मारपीट, गुंडागर्दी, हत्या, पिस्टल से फायर जैसे गंभीर मामले दर्ज है। अमित जोश ने 25 और 26 जून 2024 की रात बाइक सवार युवकों पर पिस्टल से फायर कर फरार हो गया था। इस घटना में दो युवकों को गोली लगी थी। तत्काल दोनों युवकों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और उनकी जान बचाई गई। 

जिसके बाद से अमित जोश फरार चल रहा था पुलिस ने अमित जोश की जानकारी देने वाले को 35 हजार इनाम की घोषणा भी की थी। इस दौरान पुलिस को सूचना मिली की युवकों पर फायर करने वाला फरार आरोपी अमित जोश भिलाई पहुंचा हुआ है। जिसके बाद क्राइम ब्रांच की टीम उसका पीछा करते हुए जयंती स्टेडियम के पीछे पहुंची। और अमित जोश अपने एक साथी के साथ बाइक से जा रहा था पुलिस ने पकड़ने की कोशिश की लेकिन अपने पास रखे पिस्टल से पुलिस पर दो फायर किया। जिसके बाद पुलिस ने भी जवाबी फायर किए जिसमें अमित जोश के पैर और सीने में गोली लगी जिससे मौके पर ही मौत हो गई।

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