एआरवाई न्यूज ने सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ आज (मंगलवार) दोपहर 12 बजे पाकिस्तान के विभिन्न क्षेत्रों में बिजली कटौती के संबंध में एक जरूरी बैठक करेंगे।
शहबाज शरीफ ने सोमवार को पाकिस्तान में बिजली कटौती को लेकर व्यापक शिकायतों पर संज्ञान लिया। बैठक के दौरान, बिजली प्रभाग लोड-शेडिंग के संबंध में वर्तमान स्थिति पर प्रधानमंत्री को एक व्यापक जानकारी प्रदान करेगा।
भीषण गर्मी के बीच बिजली कटौती से लोग परेशान
एआरवाई न्यूज के मुताबिक, इसके अलावा उनसे लोड-शेडिंग के मुद्दे को प्रभावी ढंग से संबोधित करने और हल करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी करने की उम्मीद है।
इससे पहले कराची के विभिन्न इलाकों में बढ़ते तापमान और लंबे समय तक बिजली कटौती ने शहर के निवासियों का जीवन दयनीय बना दिया था। एक निवासी ने कहा कि महानगर के बिजली प्रदाता ने क्षेत्र में बिजली काट दी क्योंकि पड़ोस के कई घर अपने मासिक बिजली टैरिफ बिलों का भुगतान करने में विफल रहे।
कराची में लोग कर रहे प्रदर्शन
एआरवाई न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, इसके बाद कराची के मंघोपीर इलाके के निवासियों ने बिजली लोड-शेडिंग के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने इलेक्ट्रिक ग्रिड स्टेशन पर एक शिविर स्थापित किया है, जिसमें कई निवासी विरोध में शामिल हो रहे हैं।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है, हालांकि कोई समाधान नहीं निकल सका है।एआरवाई न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पिछले हफ्ते, पाकिस्तान में बिजली आपूर्ति करने वाली कंपनी के-इलेक्ट्रिक ने अरबों रुपये की बकाया राशि पर सिंध सरकार के विभागों को बिजली आपूर्ति बंद करने की कड़ी चेतावनी जारी की थी। सूत्रों के अनुसार, सिंध सरकार और कराची जल और सीवरेज बोर्ड (KWSB) ने जनवरी से के-इलेक्ट्रिक को कोई भुगतान नहीं किया है।
सरकार ने कंपनी को नहीं बकाया राशि का भुगतान
बकाया राशि का भुगतान न करने से के-इलेक्ट्रिक के लिए वित्तीय संकट पैदा हो गया है, जिससे नेटवर्क रखरखाव में महत्वपूर्ण कठिनाइयां पैदा हो रही हैं। इसके अलावा अकेले जल एवं सीवरेज बोर्ड पर के-इलेक्ट्रिक का 5 अरब रुपये बकाया है।
जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा के गुस्साए लोगों ने चिलचिलाती गर्मी से परेशान होकर के बीच लंबे समय तक लोड-शेडिंग के कारण विरोध प्रदर्शन के बाद हजार खवानी ग्रिड स्टेशन पर धावा बोलकर बिजली बहाल कर दी। यहां लंबे समय तक लोड-शेडिंग के कारण विरोध प्रदर्शन चल रहा था।