हमास और इस्राइल के बीच दो माह से अधिक समय से जंग जारी है। युद्ध में अब तक दोनों पक्षों के हजारों लोगों की मौत हो गई है। जहां इस्राइल ने हमास को पूरी तरह खत्म करने का संकल्प लिया है। वहीं, अब आतंकी समूह भी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। फिलहाल न तो जंग की रफ्तार कम हो रही है और न ही लोगों की जान की परवाह की जा रही है। इस बीच, इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने मिस्र के साथ गाजा पट्टी की सीमा पर फिर से नियंत्रण करने का संकल्प लिया है। इससे हमलों में तेजी आ गई है।
सात अक्तूबर को हुआ हमला अब भी जारी
गौरतलब है, हमास ने गाजा से सात अक्तूबर को अचानक थोड़े-थोड़े अंतराल पर इस्राइली शहरों पर ताबड़तोड़ करीब 5,000 रॉकेट दाग दिए थे। यही नहीं, हमास के बंदूकधारी इस्राइली शहरों में भी घुस आए थे और कुछ सैन्य वाहनों पर कब्जा कर हमले किए थे। इस दौरान कई इस्राइली सैनिकों को बंधक भी बना लिया गया। इस्राइल और फलस्तीन के आतंकी संगठन हमास के बीच युद्ध में अब तक 21000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हमास की तरफ से अचानक किए गए हमलों में इस्राइल के 1200 से ज्यादा लोग जान गंवा चुके हैं। वहीं, इस्राइल की ओर से पलटवार में गाजा पट्टी से करीब 20,900 मौतों की जानकारी सामने आई है।
फिलाडेल्फी कॉरिडोर हमारे कब्जे में हो
इस्राइली पीएम नेतन्याहू ने शनिवार को एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, ‘मिस्र से सटे गाजा की सीमा के साथ लगने वाला फिलाडेल्फी कॉरिडोर बफर जोन या इसे सही ढंग से कहें दक्षिणी ठहराव बिंदु हमारे हाथों में होना चाहिए। इसे बंद किया जाना चाहिए। यह स्पष्ट है कि कोई अन्य व्यवस्था उस विसैन्यीकरण को सुनिश्चित नहीं करेगी जो हम चाहते हैं।’
युद्ध अपने चरम पर
उन्होंने कहा, ‘युद्ध अपने चरम पर है। हम सभी मोर्चों पर लड़ रहे हैं। जीत हासिल करने के लिए समय की आवश्यकता होगी। जैसा कि इस्राइली रक्षा बलों का कहना है कि युद्ध कई और महीनों तक जारी रहेगा।’
ईरान को खुली धमकी
उन्होंने इस्राइली-लेबनान सीमा पर लगभग हर दिन हो रही गोलीबारी को लेकर उन्होंने ईरान पर सीधा हमला करने की धमकी दी। नेतन्याहू ने कहा, ‘अगर हिजबुल्ला युद्ध को बढ़ाता है तो उसे ऐसे झटके झेलने पड़ेंगे, जिसके बारे में उसने सपने में भी नहीं सोचा होगा।’