बिहार में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections 2024) के चौथे चरण में जिन 5 सीटों पर मतदान हो रहा है, उनमें मुंगेर, बेगूसराय, समस्तीपुर (सु), दरभंगा और उजियारपुर शामिल हैं। वहीं, उजियारपुर लोकसभा सीट की बात करें तो इस सीट पर कुल 13 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं, लेकिन सीधा मुकाबला एनडीए व महागठबंधन के बीच है।
भाजपा ने उजियारपुर सीट से केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय को मैदान में उतारा हैं, वहीं राजद ने आलोक कुमार मेहता को उम्मीदवार बनाया है। बीजेपी प्रत्याशी नित्यानंद राय इस बार अपनी हैट्रिक जीत के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इस लोकसभा क्षेत्र में कुशवाहा और यादव जाति के मतदाताओं की संख्या अधिक है। इसलिए हर पार्टी इन दोनों जातियों को अपने पाले में करने की कोशिशों में जुटी हुई रहती हैं।
बता दें कि 2008 में हुए परिसीमन में समस्तीपुर जिले की रोसड़ा लोकसभा क्षेत्र को खत्म कर उजियारपुर लोकसभा बनाया गया और इस सीट पर पहली बार साल 2009 में चुनाव हुआ। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला राजद और जदयू के बीच हुआ था, जिसमें जदयू की अश्वमेध देवी ने राजद के आलोक मेहता को हराकर संसद बनीं थी। वहीं 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में यह सीट बीजेपी के खाते में गई और नित्यानंद राय सांसद चुने गए। वहीं 2019 के लोकसभा चुनाव में भी नित्यानंद राय ने ही जीत का परचम लहराया था। एक बार फिर बीजेपी ने 2024 के लोकसभा चुनाव में नित्यानंद राय पर ही भरोसा जताया है।
गौरतलब है कि उजियारपुर लोकसभा के अंतर्गत विधानसभा की कुल 6 सीटें आती हैं, जिनमें समस्तीपुर जिले की उजियारपुर, मोरवा, सरायरंजन, मोहिउद्दीन नगर, विभूतिपुर और वैशाली जिले की पातेपुर विधानसभा क्षेत्र शामिल हैं।