गुरुवार को मांझी से मुलाकात और पारस समेत बाकी घटक दलों से पहले हो चुकी बातचीत के आधार पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था कि शुक्रवार को सीट शेयरिंग की जानकारी मिल जाएगी।
पशुपति कुमार पारस की लोक जनशक्ति पार्टी (राष्ट्रीय) और जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा- सेक्युलर को संभालने हुए आज राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए बिहार की 40 सीटों के बंटवारे की योजना सामने आ सकती है। गुरुवार को मांझी से मुलाकात और पारस समेत बाकी घटक दलों से पहले हो चुकी बातचीत के आधार पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा था कि शुक्रवार को सीट शेयरिंग की जानकारी मिल जाएगी। सीट बंटवारे की घोषणा को लेकर जहां सभी की नजर भाजपा पर रहेगी, वहीं मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी घटक दलों की नजर रहेगी।
गया लोकसभा पर मांझी की पार्टी ने ठोका दावा
सूत्रों की मानें तो बिहार एनडीए में भाजपा 17, जदयू 16, लोजपा (रामविलास) चार, बाकी बचे तीन सीट में एक लोजपा (पारस गुट), उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा को एक और जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के एक सीट मिल सकती है। मांझी की पार्टी ने गया लोकसभा सीट पर दावा भी ठोक दिया है। अगर मुकेश सहनी एनडीए के साथ आते हैं तो उन्हें भी एक सीट दिया जा सकता है। ऐसे हालात में जदयू या भाजपा को एक सीट पर छोड़ना पड़ सकता है। हालांकि, मुकेश सहनी मुजफ्फरपुर सीट से चुनाव लड़ना चाहते हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में यहां से भाजपा के टिकट पर अजय निषाद जीते थे।
जदयू स्पष्ट, भाजपा के अंदर ही कई संकट
लोकसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग की अधिसूचना के साथ या आगे-पीछे भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशियों की दूसरी सूची आने की संभावना है। भाजपा बिहार की 2019 में जीती अपनी सीटों में से पटना साहिब समेत चार सीटों को छोड़ बाकी 13 पर प्रत्याशियों की घोषणा पहले करे, यह भी संभव है। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाईटेड अपनी 16 जीती हुई सीटों में से 13 पर प्रत्याशियों को हरी झंडी दे चुकी है। जदयू तीन सीटों को लेकर कुछ ऊहापोह में है, जिसपर पार्टी में मंथन जारी है।