महाराष्ट्र भाजपा की पहली सूची पर फडणवीस की छाप

महाराष्ट्र के लिए भारतीय जनता पार्टी ने 20 प्रत्याशियों की अपनी पहली सूची जारी कर दी है। इस सूची में कटे नामों और जुड़े प्रत्याशियों पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की छाप साफ देखी जा सकती है।

भाजपा महाराष्ट्र की पहली पार्टी है, जिसने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए अपने प्रत्याशियों की पहली आधिकारिक सूची जारी कर दी है। अब तक दोनों गठबंधनों में से किसी भी दल ने अपने प्रत्याशी घोषित नहीं किए थे। भाजपा की पहली सूची में सिर्फ चार वर्तमान सांसदों के टिकट काटे गए हैं। लेकिन इनमें से दो के परिजनों को ही टिकट दे भी दिया गया है।

दो और वर्तमान सांसदों के टिकट कटे

विदर्भ की अकोला सीट से सांसद रहे संजय धोत्रे का टिकट काटकर उनके ही पुत्र अनूप धोत्रे को दिया गया है, तो बीड से प्रीतम मुंडे का टिकट काटकर उनकी बड़ी बहन एवं भाजपा की राष्ट्रीय सचिव पंकजा मुंडे को उतारा गया है। दो और वर्तमान सांसदों के टिकट कटे हैं। इनमें से एक उत्तर मुंबई से गोपाल शेट्टी का टिकट काटकर केंद्रीय मंत्री पीयुष गोयल को और उत्तर-पूर्व मुंबई के सांसद मनोज कोटक का टिकट काटकर मुलुंड क्षेत्र के विधायक मिहिर कोटेचा को उतारा गया है। इनके अलावा महाराष्ट्र की राजनीति का एक प्रमुख चेहरा सुधीर मुनगंटीवार को भी चंद्रपुर से टिकट दिया गया है। चंद्रपुर से 2014 में चुने गए हंसराज अहीर 2019 में कांग्रेस प्रत्याशी सुरेश बालू धानोरकर से चुनाव हार गए थे। इस बार उन्हें टिकट न देकर महाराष्ट्र सरकार में वन एवं संस्कृति मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को टिकट दिया गया है। हंसराज अहीर इस समय राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष का दायित्व निभा रहे हैं।

भाजपा की पहली सूची में प्रमुख हैं पंकजा मुंडे

भाजपा की पहली सूची पर उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की छाप इसलिए नजर आती है, क्योंकि किसी न किसी रूप में उनके लिए चुनौती माने जानेवाले सभी चेहरों को इस सूची में स्थान देकर दिल्ली की राजनीति का टिकट दे दिया गया है। इनमें प्रमुख हैं पंकजा मुंडे। वह एक समय भाजपा के दिग्गज नेता रहे गोपीनाथ मुंडे की पुत्री एवं प्रमोद महाजन की भांजी हैं।

2019 का विधानसभा चुनाव हारने के बाद से ही वह देवेंद्र फडणवीस पर परोक्ष या प्रत्यक्ष वार करती रही हैं। भाजपा ने पहले उन्हें केंद्रीय संगठन में स्थान देकर राज्य की राजनीति से दूर करने का प्रयास किया। अब उन्हें लोकसभा का टिकट देकर दिल्ली की ही राजनीति करने की स्थायी व्यवस्था कर दी है। सुधीर मुनगंटीवार भी विनोद तावड़े के साथ 2014 से ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जाते रहे हैं। अब तावड़े की तरह ही उन्हें भी केंद्रीय राजनीति में स्थान दे दिया गया है।

भाजपा काबिल और वरिष्ठ नेताओं को देती है सम्मान

भाजपा ने इस सूची के माध्यम से विपक्ष को यह संदेश भी दे दिया है कि वह अपने काबिल और वरिष्ठ नेताओं को सम्मान देना जानती है। विपक्ष द्वारा नितिन गडकरी को लेकर हमेशा तरह-तरह की अफवाहें गरम की जाती हैं। आज पहली सूची में गडकरी तीसरी बार लोकसभा के उम्मीदवार बनाए गए हैं।

Show More

Related Articles

Back to top button