महाराष्ट्र में 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक पार्टियों की व्यस्तता बढ़ी हुई है। वहीं बुधवार को चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा के लिए भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई। जिसमें पार्टी ने दो सहयोगी पार्टियों की मांगों को पूरा करते हुए ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की है। हालांकि शुरुआत से ही बीजेपी के द्वारा महाराष्ट चुनाव में अपने पक्ष में ज्यादा सीट रखने की बात करती रही है। बता दें कि कि बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सीईसी के अन्य सदस्य और राज्य के प्रमुख भाजपा नेता शामिल हुए, जिनमें उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले शामिल थे।
150 सीटों पर भाजपा लड़ सकती है चुनाव
भाजपा के केंद्रीय समिति के बैठक में महाराष्ट्र के 288 सीटों में उन सीटों पर चर्चा हुई, जिसपर भाजपा लड़ना चाहती है। सूत्रों की माने तो यह विचार व्यक्त किया है कि पार्टी लगभग 150 सीटों पर चुनाव लड़ने पर विचार करेगी, जबकि बाकी सीटें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के लिए छोड़ देगी।
बावनकुले का शिंदे को संकेत
महाराष्ट्र भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने मंगलवार महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे को लेकर कहा था कि शिंदे को विधानसभा चुनावों के लिए सीट बंटवारे की व्यवस्था के मामले में बलिदान करने के लिए तैयार रहना चाहिए। जैसा कि भाजपा ने गठबंधन को बरकरार रखने के लिए किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को खुले दिमाग से काम लेना चाहिए और त्याग करने के लिए तैयार रहना चाहिए। हमने भी गठबंधन को बनाए रखने के लिए त्याग किया है। बावनकुले के इस बयान से यह स्पष्ट हो रहा है कि भाजपा का लक्ष्य उन सीटों पर चुनाव लड़ना है, जो पहले उनके पास थीं। बता दें कि मतदान 20 नवंबर को होना है और मतगणना 23 नवंबर को होगी।