विधानसभा उपचुनाव में मिली सफलता से उत्साहित सरकार और भाजपा संगठन अब मिल्कीपुर सीट जीतने के लिए जुटेगी। इसके लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री आवास पर हुई मंत्रियों की बैठक में मिल्कीपुर में होने वाले उपचुनाव जीतने की रणनीति का रोडमैप तैयार किया गया। इस मौके पर सभी मंत्रियों को अभी से मिल्कीपुर सीट को जीतने का टास्क देते हुए अभी से चुनावी तैयारियों को जुटने के निर्देश दिए ।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेन्द्र चौधरी और महामंत्री संगठन, दोनों उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में हुई बैठक करीब एक घंटे तक चली। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि कानूनी अड़चन दूर हो चुका है, इसलिए अब चुनाव आयोग कभी भी मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव कराने की घोषणा कर सकता है। इसलिए सभी मंत्री और पदाधिकारी अभी से तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से सरकार और संगठन के लोग एकजुट होकर 9 में 7 सीटें जीतकर विपक्ष को धराशयी किया है, उसी प्रकार मिल्कीपुर सीट को भी जीतना है।
मुख्यमंत्री ने ‘मिशन-2027’ साधने के लिए अभी से ही मंत्रियों को सक्रिय रहने के साथ ही जनता की समस्याओं का निस्तारण कराने के साथ ही पिछड़ों और दलितों के बीच जाकर विपक्ष द्वारा फैलाए गये पीडीए के भ्रम को दूर करने को कहा है। उन्होंने कहा कि लोगों को यह भी समझाएं कि पीडीए की दुहाई देने वाले लोग किस तरह से पीडीए यानि ‘परिवार डेवलपमेंट अथॉरिटी’ के जरिए अपने परिवार को ही आगे बढ़ा रहे हैं। सीएम ने मंत्रियों से विपक्ष द्वारा लोकसभा चुनाव के दौरान फैलाए गए संविधान और आरक्षण को ख़त्म करने और खटाखट खाते में पैसे देने जैसे मुद्दों के बारे में भी लोगों को समझाकर विपक्ष को बेनकाब करने को कहा है।
सभी मंत्रियों को अधिकतर समय अपने-अपने क्षेत्रों में रहने हर गांव और घर जाकर लोगों से संपर्क बनाए रखने को कहा गया है। सीएम ने मंत्रियों को गाँव-गाँव चौपाल लगाने और गाँवों में ही रात्रि विश्राम करने के भी निर्देश दिए हैं। उन्होंने मंत्रियों को पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं से सम्पर्क में रहने और सहज भाव से मिलने की सीख देते कहा कि कार्यकर्ताओं के सही और उचित कामों को प्राथमिकता देकर करें और कराएं। पार्टी के कॉडर कार्यकर्ताओं की उपेक्षा न हो।
मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को अपने-अपने क्षेत्रों में बूथ से लेकर मंडल स्तर तक की तैयारियों में अभी जुटने का आह्वान किया और कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारों के लोक कल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों के घरों तक जाएं और उन्हें डबल इंजन की सरकार होने का महत्व भी समझाएं।
पूरे प्रदेश में लागू करेंगे कुंदरकी मॉडल
करीब 32 साल बाद मुस्लिम बहुल कुंदरकी सीट पर मिली जीत से सीख लेते हुए भाजपा अब कुंदरकी मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने पर फोकस करेगी। 2027 के चुनाव में इसी मॉडल पर चुनावी रणनीति भी तैयार की जाएगी। बैठक में इसका संकेत देते हुए मुख्यमंत्री ने सभी मंत्रियों को अल्पसंख्यकों के बीच लगातार मौजूद रहने और संवाद के जरिए उनकी समस्याओं का निस्तारण करने को कहा है। सीएम ने मंत्रियों को अल्पसंख्यक बाहुल्य विधान सभा क्षेत्रों में उनके बीच जाकर संवाद करने पर फोकस करने को कहा है।