अपने नेताओं के झटकों से बेबस कांग्रेस 31 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में महारैली करेगी। इसके जरिये पार्टी विपक्षी इंडिया गठबंधन के नेताओं को एक मंच पर लाकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करेगी। कांग्रेस को रैली में गठबंधन में शामिल सभी दलों के नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है।
महारैली का एलान दिल्ली कांग्रेस ने किया था लेकिन इसको सफल बनाने की कमान पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल को सौंपी गई है। रैली को लेकर कांग्रेस की गंभीरता का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि इसे सफल बनाने के लिए पार्टी ने हरियाणा के नेताओं के साथ बैठक कर तैयारियां का जायजा लिया है।
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने ईडी की कार्रवाई, दो मुख्यमंत्रियों हेमंत सोरेन और अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी, कांग्रेस के खाते फ्रीज करने के विरोध में रैली का आयोजन किया है। इसके लिए पार्टी ने विपक्षी गठबंधन के सभी दलों को न्योता भेजा है।
इसके बहाने विपक्ष की कोशिश लोकसभा चुनाव प्रचार में विपक्ष की मौजूदगी को दर्ज कराना और विपक्षी दलों को एक बैनर तले लाकर भाजपा को संदेश देना है। दिल्ली कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने कहा कि यह रैली झूठ की लड़ाई में सच का आईना बनेगी, इसे जनता के अपार समर्थन मिल रहा है।