राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने के बाद कहा कि वह सारण को जल्द ही अपनी ‘कर्मभूमि’ बनाएंगी। वह सारण लोकसभा सीट से राजद की प्रत्याशी हैं। सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता और पिता को किडनी दान करने के कारण हाल के दिनों में चर्चा में रहीं आचार्य ने मंगलवार को पटना से सारण के लिए रवाना होने से पहले माता-पिता (लालू प्रसाद और राबड़ी) के चरण स्पर्श किए और घर में बने मंदिरों में पूजा-अर्चना की।
आचार्य ने यहां संवाददाताओं से कहा, “हमने कल बाबा हरिहा नाथ का आशीर्वाद लिया। अब मैं सारण में अपने मतदाताओं से मिलने जा रही हूं। आपको (मीडियाकर्मियों को) भी मुझे आशीर्वाद देना चाहिए।” मंगलवार को प्रचार अभियान के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए आचार्य ने कहा, ‘‘मैं सारण के लोगों से मिल रहे अपार प्यार और आशीर्वाद से अभिभूत हूं…। यहां के मतदाता जिस तरह से मुझसे मिल रहे हैं… उससे ऐसा लगता है जैसे कि एक बेटी अपने घर आई हो। मैं धन्य हूं…। यह (सारण) मेरे पिता की ‘कर्मभूमि’ रही है और अब यह मेरी कर्मभूमि होने जा रही है।”
सारण में पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होगा। सारण से रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारने के राजद के फैसले पर टिप्पणी करते हुए बिहार भाजपा अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने मंगलवार को पटना में संवाददाताओं से कहा, “अपने परिवार के सदस्यों को चुनावी राजनीति में उतारना राजद प्रमुख लालू प्रसाद की पहचान रही है।…इसे कहते हैं ‘वंशवादी राजनीति’। वह (लालू) अब तक अपने दो बेटों और दो बेटियों को राजनीति में ला चुके हैं…अब देखते हैं कि उनकी बाकी पांच बेटियां, जो हमारी बहनें हैं, उन्हें कब राजनीति में लाते हैं।”
इसी तरह का विचार व्यक्त करते हुए, राज्य के एक अन्य उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने आचार्य पर कटाक्ष करते हुए कहा, ‘‘वह अभी सिंगापुर में रहती हैं और अब यहां (सारण) से चुनाव लड़ रही हैं। जनता तय करेगी कि किसे जिताना है- उसे जो बिहार के प्रति प्रतिबद्ध है (सारण से भाजपा उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी) या वह जो सिंगापुर से आई हैं।” उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा नीत राजग राज्य की सभी 40 लोकसभा सीट पर जीत दर्ज करेगा।