सनातन धर्म में कई पेड़-पौधे की पूजा-अर्चना जातक के जीवन के लिए फलदायी साबित मानी गई है। इनमें तुलसी पूजा भी शामिल है। इस पौधे में मां लक्ष्मी का वास माना गया है। मान्यता है कि तुलसी की सच्चे मन से उपासना करने से जातक को जीवन में कभी भी धन की कमी का सामना नहीं करना पड़ता है। साथ ही घर में सुख-शांति का आगमन होता है। माना जाता है कि शारदीय नवरात्र के दौरान तुलसी के उपाय करने से धन लाभ के योग बनते हैं। चलिए जानते हैं तुलसी के चमत्कारी उपाय (Tulsi ke Upay) के बारे में।
तुलसी के उपाय
यदि आप जीवन में लंबे समय से आर्थिक तंगी का सामना कर रहे हैं, तो शारदीय नवरात्र में लाल कपड़े में तुलसी के पत्तों को बांधकर तिजोरी में रखें। माना जाता है कि इस उपाय को करने से धन संबंधित परेशानी से छुटकारा मिलता है और धन लाभ के योग बनते हैं।
सनातन धर्म में तुलसी के पौधे का विशेष महत्व है। पूजा के समय तुलसी के पौधे में जल और हल्दी अर्पित करें। इस दौरान सच्चे मन से मुरादें पूरी होने के लिए माता तुलसी से प्रार्थना करें। मान्यता है कि इस उपाय को करने से साधक की सभी इच्छा जल्द पूरी होती है और जीवन खुशहाल होता है।
यदि आप मनचाहा वर पाना चाहते हैं, तो सुबह स्नान करने के बाद सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके बाद तुलसी के पौधे की पूजा-अर्चना करें। तुलसी पूजा के दौरान निम्न मंत्र का जप के द्वारा पौधे में केसर मिश्रित दूध चढ़ाएं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को करने से साधक को मनचाहे वर की प्राप्ति होती है और विवाह के योग बनते हैं।
तुलसी जी के मंत्र
महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते।।
तुलसी ध्यान मंत्र
तुलसी श्रीर्महालक्ष्मीर्विद्याविद्या यशस्विनी।
धर्म्या धर्मानना देवी देवीदेवमन: प्रिया।।
लभते सुतरां भक्तिमन्ते विष्णुपदं लभेत्।
तुलसी भूर्महालक्ष्मी: पद्मिनी श्रीर्हरप्रिया।।
इसके अलावा जीवन के दुखों को दूर करने के लिए पूजा के दौरान तुलसी के पौधे में गन्ने का रस अर्पित करें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस उपाय को करने से सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है। साथ ही धन की प्राप्ति होती है। इसके अलावा सभी तरह के दुखों से छुटकारा मिलता है।