घुमक्कड़ों की लिस्ट में लद्दाख का नाम जरूर शामिल होता है। ये है भी ऐसी जगह। हर थोड़ी दूर पर यहां का नजारे बदलते रहते हैं। रास्ते के साथ चलने वाले ऊंचे-ऊंचे सुनहरे पहाड़, तो आसमान से ज्यादा नीले पानी वाली नदी…मतलब ऐसा नजारा प्रस्तुत करते हैं जिसे देखकर आपको जन्नत में होने का एहसास होगा। जून के महीने में तो यहां सबसे ज्यादा भीड़ होती है। अगर आप भी इस महीने लद्दाख जाने की सोच रहे हैं, तो यहां के फेमस टूरिस्ट अट्रैक्शन को देखने और फोटोज क्लिक कराने के साथ सांकू वैली को कर लें अपनी लिस्ट में शामिल। यकीनन आपकी यहां की यात्रा सालों तक जेहन में रहेगी जिंदा।
सांकू वैली
सांकू वैली लद्दाख के कारगिल जिले में बसी है। समुद्रतल से तकरीबन 9524 फीट की ऊंचाई पर स्थित है सांकू। जिसका आकार कटोरे के समान है। सुरू और नाकपोचू नदी इस घाटी की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती हैं। हरियाली की चादर ओढ़े इस घाटी में आप कई तरह के खूबसूरत फूल भी देख सकते हैं। इसे लद्दाख की फूलों की घाटी कहा जा सकता है।
जाने के लिए बेस्ट समय
सांकू एक्सप्लोर करने के लिए जून का महीना बेस्ट होता है। जब यहां का मौसम घूमने के लिए एकदम परफेक्ट होता है। वैसे मानसून के बाद यानी सितंबर से अक्टूबर भी प्लान कर सकते हैं। सर्दियों में यहां आना अवॉयड करें, क्योंकि बहुत ज्यादा सर्दी पड़ती है।
कैसे पहुंचे?
सांकू वैली तक पहुंचने का जो सबसे बेस्ट ऑप्शन है वो है बाई रोड। लेह, कारगिल से सांकू के लिए बसें मिलती हैं।
अगर आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं, तो पहले श्रीनगर पहुंचना होगा फिर वहां से कारगिल या लेह की बस मिल जाएगी सांकू के लिए। वैसे टैक्सी का भी ऑप्शन है।
फ्लाइट से यहां आ रहे हैं, तो भी श्रीनगर ही आना होगा, फिर वहां से कैब लेकर सांकू पहुंचा जा सकता है।