बेली फैट (Belly Fat) न सिर्फ देखने में शरीर को बेडौल बनाता है, बल्कि अंदरूनी स्तर पर भी ये शरीर को कई प्रकार के नुकसान पहुंचाता है। बेली फैट ज्यादा होने से ये डायबिटीज (Diabetes), हार्ट अटैक (Heart Attack), डिमेंशिया, कोलोन और पैंक्रिएटिक कैंसर जैसी बीमारियों को न्योता देता है। ये हमारे हार्मोन्स को भी प्रभावित करता है, जिससे हमारी भूख बढ़ती है, साथ ही थकान सी महसूस होती है और ब्रेन की कार्यशैली भी धीमी पड़ जाती है।
स्ट्रेस हमारे बचाव की प्रक्रिया को ट्रिगर करता है, जिससे और भी फैट इकट्ठा होते जाता है, खास तौर से लिवर,किडनी, पेट और आंतों के आसपास यह ज्यादा जमा होता है, जिसे बेली फैट कहते हैं। ऐसे में सेहतमंद रहने के लिए बैली फैट को कम करना बेहद जरूरी है। आप स्वस्थ जीवनशैली और सही खानपान से बेली फैट कम कर सकते हैं। इसके अलावा कुछ नेचुरल हर्ब्स भी बेली फैट को कम करने के मदद कर सकते हैं। जानते हैं ऐसे ही कुछ हर्ब्स के बारे में-
हल्दी
इसमें मौजूद करक्यूमिन शरीर के अंदर गर्मी बढ़ाता है, जिससे बॉडी फैट बर्न होता है और मेटाबोलिज्म बूस्ट होता है। यह अल्जाइमर डिजीज से भी बचाता है। सब्जी, सूप, चाय या दूध में डाल कर इसका सेवन कर सकते हैं।
अदरक
यह ब्लड शुगर कंट्रोल करने के साथ ही शुगर या कार्ब रिच फूड का सेवन करने के तुरंत बाद होने वाले शुगर स्पाइक से भी बचाता है। हल्दी की ही तरह इसकी भी थर्मोजेनिक प्रॉपर्टी होती हैं, जिसकी वजह से यह शरीर के अंदर जा कर गर्मी पैदा करते हैं और फैट बर्न और मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में मदद करते हैं।
ओरिगेनो
यह एक पेरेनियल हर्ब है, जो कि पुदीने से जुड़ा हुआ हर्ब है। इसमें मौजूद कार्वाक्रोल शरीर में ऐसे प्रोटीन और जींस को टारगेट करता है, जो शरीर में फैट सिंथेसिस करने में मदद करते हैं। इस तरह इन्हें टारगेट कर के ओरिगेनो वजन कम करने में भी मदद करता है।
थाइम
सब्जियों पर या मीट पर सीजनिंग के लिए इस्तेमाल होने वाला थाइम एक परफेक्ट हर्ब है। इसमें मौजूद थायमॉल नाम का केमिकल मेटाबॉलिज्म में सुधार लाता है और वेट लॉस करने में मदद करता है।
दालचीनी
खाने का स्वाद दोगुना करने वाली दालचीनी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है। यह कई तरह के फायदे भी पहुंचाता है। इसके इस्तेम ब्लड शुगर कंट्रोल करता है, क्रेविंग कम करता है और देर तक पेट भरे होने का एहसास दिलाता है, जिससे बेली फैट कम होता है।