शेख हसीना के पद और देश छोड़ने के बाद बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का गठन हो चुका है। मुहम्मद यूनुस सरकार के प्रमुख हैं। इस बीच देश की प्रधानमंत्री रह चुकीं खालिदा जिया को भी जेल से रिहा कर दिया गया है।
खालिदा जिया बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की मुखिया हैं। उनकी पार्टी बांग्लादेश में एक बड़ी राजनीतिक ताकत है। शनिवार को बीएनपी के महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में शेख हसीना के इस्तीफे से जुड़ा अहम खुलासा किया।
हसीना के बेटे का दावा किया खारिज
शेख हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने दावा किया था उनकी मां ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया। अब आलमगीर ने वाजेद के इस दावे को खारिज कर दिया। आलमगीर ने कहा कि राष्ट्रपति ने सियासी दलों और सेना के सामने कहा था कि शेख हसीना ने इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बंदूक के बल पर हटाने के दावे को भी झुठला दिया।
आपके पास सिर्फ दो विकल्प
आलमगीर के मुताबिक शेख हसीना के साथ कोई जोर-जबरदस्ती नहीं की गई। छात्रों की भीड़ उनके आवास की तरफ बढ़ रही थी। उसी वक्त हसीना की सुरक्षा में तैनात जवानों ने कहा था कि आपके पास सिर्फ दो विकल्प बचे हैं। पहला यह है कि यहां भीड़ का सामना करो या देश छोड़ दो। अंत में हसीना ने देश छोड़ना ही उचित समझा। आलमगीर ने यह भी बताया कि खालिदा अस्पताल में भर्ती हैं। वह कई बीमारियों से पीड़ित हैं।