यमन के उत्तरी हिस्से पर कब्जा किए ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की दागी मिसाइल रविवार को पहली बार इजरायल के मध्य भाग तक पहुंची। यह मिसाइल 2,000 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी तय करके इजरायल के भीतर आई है। इस मिसाइल से किसी तरह के नुकसान की सूचना नहीं है।
गाजा में चल रहे युद्ध के बीच हूती ने कई बार इजरायल पर हमले की कोशिश की लेकिन पहली बार उनकी मिसाइल इजरायल के मध्य भाग तक आई। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि हाउती विद्रोहियों को इस दुस्साहस की भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
11 मिनट में मिसाइल पहुंची 2024 KM
हूती के प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा है कि संगठन ने नई हाइपरसोनिक मिसाइल बनाई है जिसने 2,040 किलोमीटर की दूरी महज 11 मिनट 30 सेकेंड में तय की। प्रवक्ता की बताई दूरी से शक होता है कि हाउती ने यमन की जमीनी सीमा के बाहर किसी स्थान से इजरायल की ओर मिसाइल दागी थी। हाइपरसोनिक मिसाइल छह से बारह हजार किलोमीटर प्रति घंटा की गति से लक्ष्य तक जाती है।
मिसाइल के टुकड़े रेलवे स्टेशन के नजदीक मिले
इजरायली आकाश में मिसाइल के आते ही इजरायल में अफरा तफरी मच गई और सतर्क करने वाले सायरन बजने लगे, लोग भागकर भूमिगत ठिकानों में जा छिपे। हाउती की मिसाइल के टुकड़े मध्य इजरायल में रेलवे स्टेशन के नजदीक के खुले स्थान पर मिले हैं। सेना का अनुमान है कि मिसाइल आकाश में ही फट गई थी।
संभावना यह भी है कि इजरायली डिफेंस सिस्टम की मिसाइल ने उसे नष्ट किया। मिसाइल के टुकड़ों से जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है। हूती के जनसंपर्क कार्यालय के उप प्रमुख नसरुद्दीन आमेर ने कहा है कि उनकी हाइपरसोनिक मिसाइल को रोकने के लिए इजरायल ने 20 मिसाइलें छोड़ीं लेकिन वे विफल रहीं।
हूती ने तेल अवीव पर भी किया था हमला
इससे पहले हूती ने जुलाई में तेल अवीव पर ड्रोन हमला किया था। उस हमले में एक इजरायली नागरिक की मौत हुई थी और चार घायल हुए थे। उसके जवाब में इजरायल के लड़ाकू विमानों ने यमन के होदेदा बंदरगाह के नजदीक बमबारी की थी जिसमें छह लोग मारे गए थे और 80 घायल हुए थे।
इजरायली सेना ने बताया है कि रविवार को लेबनान से इजरायल पर 40 रॉकेट और मिसाइल भी दागी गईं लेकिन उनसे कोई नुकसान नहीं हुआ है।