शहर में लगातार छठे दिन शुक्रवार को भी जमकर गर्मी पड़ी। तापमान लगातार दूसरे दिन 44 डिग्री से अधिक रिकॉर्ड किया गया है। एक दिन पहले गुरुवार को उज्जैन का पारा 45 डिग्री रहा था। यह पहला मौका है जब लगातार छह दिन से तापमान 42 डिग्री के ऊपर चल रहा है। इस दशक में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हालांकि मामूली गिरावट के साथ शुक्रवार को दिन का तापमान 44.2 डिग्री दर्ज किया गया, लेकिन दोपहर में भीषण गर्मी से इस बात का एहसास ही नहीं हुआ कि पारा आधा डिग्री से ज्यादा कम हो गया है।
दिन में 44 से 45, रात में 30 डिग्री
नौतपा से पहले ही 23 मई को दिन का तापमान 45 डिग्री पर पहुंच गया है और रात का तापमान भी 30 डिग्री तक पहुंच चुका है। अगले दो दिन भी खूब गर्म हवाएं चलेंगी। 28 मई तक हीट वेव चलेगी। जिसके लिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। मौसम वैज्ञानिक दीपक गुप्ता सहित अन्य एक्सपर्ट्स बताते हैं कि अभी एक चक्रवाती घेरा सक्रिय है। इसके साथ ही एक वेस्टर्न और टर्फ लाइन गुजर रही है। जिसके कारण कुछ ऐसी स्थितियां बन रही है।
पहले भी 45 डिग्री जा चुका है तापमान
जीवाजीराव वेधशाला उज्जैन अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त ने बताया कि पिछले 14 साल में उज्जैन में मई में तापमान 46 डिग्री तक दर्ज हुआ था, यह रिकॉर्ड 21 मई 2010 को दर्ज किया गया था। 18 मई 2015 को 45 डिग्री रिकार्ड किया गया था।
नौतपा आज से
सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में जाने पर आज 25 मई से नौतपा शुरुआत हो रही है। इस दौरान तापमान में और अधिक वृद्धि होगी ज्योतिषाचार्य पं चंदन श्यामनारायण व्यास के अनुसार ज्येष्ठ माह के दौरान सूर्य रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, जिस वजह से नौतपा लगता है। मई-जून के दौरान सूर्य 9 दिनों के लिए रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, उस दौरान पृथ्वी का तापमान बढ़ जाता और लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। नौतपा 25 मई से शुरू होकर 2 जून तक चलेगा। इस दौरान भीषण गर्मी पड़ेगी।
लू चलने का भी है अनुमान
मौसम विशेषज्ञ बताते है कि राजस्थान के ऊपर चक्रवाती हवाओं का घेरा है। ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसके चलते बंगाल और अरब सागर की खाड़ी से आ रही नमी बादल के रूप में सक्रिय है। साथ में दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के हिस्से में निम्न दाब क्षेत्र है। सबसे ज्यादा तापमान वाले जिलों में शामिल हो गया है। जानकारों के अनुसार नौतपा की शुरुआत तो तेज गर्मी से होगी। लेकिन दो दिन बाद चक्रवाती विक्षोभ के कारण तापमान में मामूली कमी आ सकती है। साथ ही अगले 48 घंटे के दौरान जिले में लू चल सकती है।
दोपहर में जरूरी हो तो ही घर के बाहर निकलें
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ एच पी सोनानिया बताते हैं कि दोपहर के समय गर्मी का असर अधिक रहता है, इसलिए जरूरी काम होने पर ही बाहर निकलें। अन्यथा दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक धूप में जाने से बचें। गर्मी में पसीना आने से शरीर में पानी की कमी होती है। इसलिए पानी ज्यादा मात्रा में पीएं। खाने में प्याज और संतुलित भोजन लें। लू लगने पर शाम को प्याज का इस्तेमाल कर पैर और हथेली में रगड़ें। गर्मी में भोजन संतुलित और सीमित मात्रा में लें। साथ ही तीखा व मसालेदार भोजन नहीं करें। भोजन में दही, छाछ तथा नींबू पानी लें।