उत्तर कोरिया ने किया मिसाइल का सफल परीक्षण, दक्षिण कोरिया का दावा पड़ा उल्टा

उत्तर कोरिया ने मल्टीपल वॉरहेड मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया। उत्तर कोरिया ने कई हथियार क्षमता हासिल करने के उद्देश्य से मिसाइल परीक्षण सफलतापूर्वक किया है। उत्तर कोरिया ने इस सफल परीक्षण के साथ दक्षिण कोरिया के आकलन का भी खंडन किया है।

बता दें कि दक्षिण कोरियाई सेना ने कहा था कि उत्तर कोरिया की तरफ से कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्वी तट से दूर समुद्र की ओर एक अज्ञात बैलिस्टिक मिसाइल का प्रक्षेपण विफल होता दिख रहा है।  उत्तर कोरिया ने कहा कि परीक्षण का उद्देश्य ‘एमआईआरवी क्षमता को सुरक्षित करना’ था। इसके माध्यम से सोलो बैलिस्टिक मिसाइल को विभिन्न लक्ष्यों पर हथियार पहुंचाने की अनुमति मिलेगी।

बैलिस्टिक मिसाइल के फर्स्ट फेस इंजन का इस्तेमाल

दक्षिण कोरिया ने कहा कि मिसाइल को सुबह करीब साढ़े पांच बजे प्योंगयांग या उसके आसपास के क्षेत्र से लॉन्च किया गया था, लेकिन लगभग 250 किमी की उड़ान भरने के बाद पूर्वी सागर में विस्फोट हो गया। हालांकि, उत्तर कोरिया ने कहा कि परीक्षण में -170-200 किलोमीटर के दायरे में ईंधन वाली बैलिस्टिक मिसाइल के फर्स्ट फेस इंजन का इस्तेमाल किया गया।

मोबाइल वॉरहेड को तीन टारगेट को देखते हुए सही तरह से बनाया गया है। मिसाइल से अलग किए गए डिकॉय के असर को एंटी-एयर रडार की तरफ से भी सत्यापित किया गया था। परीक्षण की देखरेख उत्तर कोरिया की सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया (डब्ल्यूपीके) के केंद्रीय सैन्य आयोग के उपाध्यक्ष पाक जोंग-चोन और डब्ल्यूपीके केंद्रीय समिति के पहले उप विभाग निदेशक किम जोंग-सिक ने की।

क्या है परीक्षण का उद्देश्य?

अधिकारियों ने इस बात पर जोर दिया कि एमआईआरवी क्षमता को बढ़ाना एक बहुत ही महत्वपूर्ण रक्षा तकनीकी कार्य है और डब्ल्यूपीके केंद्रीय समिति की सर्वोच्च प्राथमिकता है। एमआईआरवी का विकास उत्तर कोरिया की पांच साल की विकास योजना में भी शामिल है, जिसका अनावरण जनवरी 2021 में WPK की आठवीं कांग्रेस के दौरान किया गया था। उत्तर कोरिया ने दावा किया कि परीक्षण प्रशासन की सामान्य गतिविधियों का हिस्सा है। साथ ही उत्तर कोरिया ने सार्वजनिक रूप से खुलासा किया है कि उसने कई युद्धक क्षमता को सुरक्षित करने के लिए मिसाइल परीक्षण किया है।

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