उद्धव और शिंदे की दशहरा रैलियों पर सबकी निगाहें, बीएमसी चुनावों का बजा सकते हैं बिगुल

दशहरा के अवसर पर महाराष्ट्र में कई अलग-अलग रैलियां होंगी। इनमें शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की रैलियां भी शामिल हैं। विशेष रूप से इन्हीं दो रैलियों पर लोगों की निगाह है। इसके साथ ही इन रैलियों को देखते हुए मु्ंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं।

दशहरा के अवसर पर महाराष्ट्र में कई अलग-अलग रैलियां होंगी। इनमें शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की रैलियां भी शामिल हैं। विशेष रूप से इन्हीं दो रैलियों पर लोगों की निगाह है।

शिवसेना के दोनों धड़ों की रैलियां मुंबई में होंगी
इन रैलियों को देखते हुए मु्ंबई सहित पूरे महाराष्ट्र में सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भी विजयदशमी कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। शिवसेना के दोनों धड़ों की रैलियां मुंबई में होंगी।

मनोज जरांगे पाटिल भी नारायणगढ़ में एक रैली करेंगे
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जरांगे पाटिल भी नारायणगढ़ में एक रैली करेंगे। शिवसेना (यूबीटी) की दशहरा रैली दादर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज पार्क में आयोजित की जाएगी। यहां पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे का भाषण मुख्य आकर्षण होगा।

दशहरा रैली किसानों के आसपास होगी- शिंदे
पार्टी सूत्रों ने बताया कि वह आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) और राज्य के अन्य स्थानीय निकायों के चुनावों का बिगुल बजा सकते हैं। दूसरी ओर एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना की दशहरा रैली आजाद मैदान के बजाय गोरेगांव के नेस्को एग्जिबिशन सेंटर में होगी।

शिंदे ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”इस साल दशहरा रैली किसानों के आसपास होगी। जगह बदल गई है, परंपरा नहीं। शिंदे शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे पर हमला बोलते हुए महायुति के एक प्रमुख सहयोगी के रूप में बीएमसी चुनाव जीतने की पार्टी की योजना का खाका पेश कर सकते हैं।

गौरतलब है कि 2022 में शिंदे गुट के शिवसेना से अलग होने के बाद शिवसेना (यूबीटी) और शिवसेना शिंदे गुट की अलग-अलग दशहरा रैलियां आयोजित की जा रही हैं।

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