कूनो नेशनल पार्क में दक्षिण अफ्रीका से लाई गई माता चीता निर्वा ने शावकों को जन्म दिया है। कूनों में अब चीतों और शावकों की संख्या बढ़कर 28 हो गई है। कूनो में शावकों के जन्म की खबर सुनते ही मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बधाई दी। उन्होंने लिखा कि गूंजी किलकारियां, कूनो में आईं खुशियां। आज चीता प्रोजेक्ट को बड़ी उपलब्धि प्राप्त हुई है। हमारे ‘चीता स्टेट’ मध्यप्रदेश के कूनो नेशनल पार्क में मादा चीता ‘निर्वा’ ने शावकों को जन्म दिया है। जल्द ही वन विभाग निर्वा के शावकों की संख्या की पुष्टि करेगा। चीता प्रोजेक्ट के संरक्षण में सम्मिलित सभी वन्यकर्मियों को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। आप निरंतर अपने समर्पित प्रयासों से पर्यावरण संरक्षण और पारिस्थितिकी संतुलन में योगदान करते रहें। बता दें अब तक कूनों में 12 वयस्क और 12 शावक चीते मौजूद थे। अब चार शावकों के साथ इनकी कुल संख्या 28 हो गई है।
कूनो में चीता प्रोजेक्ट की सफलता
कूनो नेशनल पार्क में पिछले कुछ वर्षों से चीता प्रोजेक्ट के तहत चीतों का पुनर्वास किया जा रहा है। इस परियोजना का उद्देश्य भारत में विलुप्त हो चुकी चीता प्रजाति को फिर से लाना और पारिस्थितिकी तंत्र में उनका योगदान सुनिश्चित करना है।
आने वाली चुनौतियां और उम्मीदें
हालांकि, शावकों की संख्या की पुष्टि अभी तक नहीं की गई है, लेकिन यह घटना कूनो नेशनल पार्क और चीता प्रोजेक्ट के लिए एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है। इसके साथ ही वन विभाग और चीता प्रोजेक्ट से जुड़े सभी कर्मचारियों के लिए यह एक प्रेरणादायक क्षण है। आने वाले दिनों में शावकों की पूरी जानकारी प्राप्त होने के बाद उनकी देखभाल और संरक्षण को लेकर कदम उठाए जाएंगे।