संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन (कॉप 29) में शांति, राहत और पुनर्प्राप्ति दिवस पर शुक्रवार को घोषणा की गई कि भारत सहित 132 देश कॉप ट्रूस (युद्ध विराम) अपील में शामिल हो गए हैं। युद्ध में शामिल देशों से सम्मेलन के महीने में सैन्य अभियान रोकने का आग्रह किया गया है।
ओलंपिक ट्रूस से प्रेरित यह अपील कॉप-29 प्रेसीडेंसी की बड़ी पहल है, जिसे शांति, पर्यावरण संरक्षण और जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है। 1993 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित एक संकल्प ओलंपिक ट्रूस में राष्ट्रों से ओलंपिक खेलों के दौरान शत्रुता निलंबित करने का आह्वान करता है। काप ट्रूस दो मुख्य उद्देश्यों से प्रेरित है। पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना और जलवायु परिवर्तन के सामने एकता को बढ़ावा देना।
मानव श्रृंखला बनाकर जताया विरोध
बाकू में चल रहे शिखर सम्मेलन के दौरान मुख्य हाल में से एक के बाहर सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने मानव श्रृंखला बनाकर विरोध जताया। यह एक मौन विरोध था। कार्यकर्ताओं ने झंडे लहराए। कई लोगों ने अपने मुंह को चुप शब्द से ढक रखा था। प्रदर्शनकारियों ने जलवायु संबंधी समस्याओं से लड़ने के लिए अधिक धन देने की मांग वाली तख्तियां ले रखी थीं।
जी20 नेताओं से साहसिक कार्रवाई की उम्मीद : साइमन स्टील
संयुक्त राष्ट्र के जलवायु प्रमुख साइमन स्टील ने शनिवार को जी-20 देशों के नेताओं से उत्सर्जन में तेजी से कटौती का आग्रह किया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन 18 और 19 नवंबर को जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले नेताओं में शामिल होंगे।
संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन आन क्लाइमेट चेंज के कार्यकारी सचिव ने कहा कि जी-20 उन समस्याओं से निपटने के लिए बनाया गया था, जिनसे कोई एक देश या देशों का समूह अकेले नहीं निपट सकता। वैश्विक जलवायु संकट अगले सप्ताह रियो में प्राथमिकता होनी चाहिए।
इराकी मिलिशिया ने इजरायली ठिकानों पर ड्रोन से बोला हमला
इराक में शिया मिलिशिया समूह ने शनिवार को इजरायल में कई स्थानों पर ड्रोन से हमला बोला। दक्षिणी इजरायल में दो महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाकर चार ड्रोन से हमला बोला गया। इनके निशान पर सैन्य ठिकाने थे। किसी नुकसान की सूचना नहीं दी गई है।
दक्षिणी लेबनान में पांच किमी अंदर तक पहुंची गई थी इजरायली सेना
लेबनान पर आक्रमण के बाद से इजरायली थल सेना सीमा से काफी आगे बढ़ गई थी। लेबनान के सरकारी मीडिया के अनुसार शनिवार को हिजबुल्ला के साथ लड़ाई के बाद इजरायली सेनाएं वापस लौट गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इजरायली सैनिकों ने इजरायली सीमा से लगभग पांच किमी दूर दक्षिणी लेबनान के चामा गांव में एक रणनीतिक पहाड़ी पर कुछ समय के लिए कब्जा कर लिया।