ज्ञानवापी में हुए ASI सर्वे रिपोर्ट आने के बाद से लगातार हिंदू पक्ष ज्ञानवापी को हिंदू मंदिर होने का दावा मजबूती से कर रहा है। ज्ञानवापी में व्यास जी के तहखाने के कोर्ट के आदेश पर शुरू हुए पूजन से हिंदू पक्षकारों में उत्साह का माहौल है। वही सोमवार को मां श्रृंगार गौरी और ज्ञानवापी मामले की मुख्य वादिनी राखी सिंह ने ज्ञानवापी के अन्य तहखानों में ASI सर्वे की याचिका दाखिल किया, जिस पर मंगलवार को जिला जज की आदलत में सुनवाई की गई। कोर्ट ने दोनो पक्षों को सुनने के बाद अगली सुनवाई के लिए 15 फरवरी की तारिख नियत की गई है।
ज्ञानवापी के तहखानों में ASI सर्वे की मांग पर हुई सुनवाई के दौरान मुस्लिम पक्ष ने ऐतराज जताया है। अपनी आपत्ति दर्ज करते हुए मुस्लिम पक्ष ने सर्वे से तहखानों को नुकसान होने की दलील रखी। वही हिंदू पक्ष के अधिवक्ता ने बताया कि राखी सिंह ने कोर्ट से गुहार लगाया है, कि ज्ञानवापी से मालवों को हटाकर तहखानों के अंदर सर्वे किया जाए। हिंदू पक्ष का दवा है, कि ज्ञानवापी के तहखाने में ही आदि विशेश्वर का गर्भगृह है। ऐसे में हिंदू पक्ष की तरह से अन्य तहखानों में भी सर्वे करवाए जाने की मांग की जा रही है।
हिंदू पक्ष के अधिवक्ता सौरभ तिवारी ने कोर्ट में हुई सुनवाई को लेकर बताया कि ज्ञानवापी के तहखानों की सर्वे करवाए जाने का लगातार अंजुमन इंतजामिया मसाजिद कमेटी आपत्ति दर्ज करवा रहा है। मुस्लिम पक्ष दलील दे रहा है, कि ज्ञानवापी के तहखानों में ASI सर्वे से वहां के स्ट्रक्चर के नुकसान होगा, लेकिन हिंदू पक्ष की तरफ से यही कहा जा रहा है, कि तहखानों से बिना किसी छेड़छाड़ किए सर्वे किया जाए। हिंदू पक्ष के अधिवक्ता का कहना है, कि मुस्लिम पक्ष नही चाहता है, कि ज्ञानवापी के तहखानों का सच सामने आए।