तिरुपति के लड्डू में कहां से मिलाई गई चर्बी? SIT करेगी जांच; केंद्र सरकार को सौंपेगी रिपोर्ट!

तिरुपति मंदिर के लड्डू प्रसादम में पशु चर्बी के इस्तेमाल के विवाद के बीच आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने रविवार को पिछली वाईएसआरसीपी सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसके कार्यकाल के दौरान तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) में घी खरीदने की कई प्रक्रियाओं में बदलाव किया गया था।

इसके बाद उन्हें अनियमितताओं की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन करना पड़ा। यह एसआइटी मिलावट के सभी कारणों, सत्ता के दुरुपयोग की जांच करेगी और सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। सरकार दोबारा इस तरह की घटना न हो, इसके लिए सख्त कदम उठाएगी।

‘पांच सालों में तिरुमाला में कई अपवित्र काम किए गए’

अमरावती में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पिछली सरकार के दौरान टीटीडी बोर्ड में नियुक्तियां ‘गैंबलिंग’ की तरह हो गई थीं और ऐसे लोगों को नियुक्त करने के कई उदाहरण थे जिनकी कोई आस्था नहीं थी और बोर्ड में गैर हिंदुओं को वरीयता दी गई थी। उन्होंने कहा कि पिछले पांच सालों में तिरुमाला में कई अपवित्र काम किए गए। कई बार भक्तों ने इसका विरोध भी किया।

मेरी सरकार के कार्यकाल में तिरुमाला में लड्डू प्रसाद और भोजन शुद्ध सामग्री से बनाया जाता है और इसका स्वाद बहुत खास होता है। जब मैं सीएम था तो मैंने बाबा रामदेव बाबा बुलाया था और हमने मंदिर के चारों ओर कई आयुर्वेदिक पौधे भी लगाए थे।नायडू ने कहा कि उनकी सरकार मंदिरों की पवित्रता और भक्तों की भावनाओं का पूरा सम्मान करती है। जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली पिछली राज्य सरकार ने लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ किया।

तिरुमाला की सात पहाड़ियों को साफ करने का दिया आदेश

उन्होंने कहा- ”हर धर्म की कुछ परंपराएं और प्रतिबद्धताएं होती हैं और सरकार को उन सभी का सम्मान करने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के तुरंत बाद उन्होंने मंदिर का प्रबंधन करने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के कार्यकारी अधिकारी (ईओ) को तिरुमाला की सात पहाड़ियों को साफ करने का आदेश दिया। सीएम ने कहा- ”ईओ ने लड्डू की गुणवत्ता में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए हैं और पहले घी की आपूर्ति करने वाली विभिन्न कंपनियों को ब्लैकलिस्ट कर दिया है।”

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी को भी लोगों की भावनाओं से खेलने का अधिकार नहीं है। इसके अलावा नायडू ने कहा कि अपवित्रता को दूर करने के लिए सोमवार को तिरुमाला में शांति होमम पंचगव्य प्रोक्षण (अनुष्ठानात्मक स्वच्छता) आयोजित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे और कदम उठाए जाने की जरूरत है और तिरुमाला के संबंध में उन्हें कैसे लागू किया जाए, इस पर चर्चा की जा रही है। जीर स्वामी, कांची स्वामी और अन्य पंडितों से परामर्श के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।

तिरुपति लड्डू विवाद में जगन ने पीएम को लिखा पत्र, कहा- नायडू आदतन झूठेआंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर चंद्रबाबू नायडू की शिकायत की है। पत्र में उन्होंने नायडू को आदतन झूठा करार देते हुए लिखा है कि वे इतने नीचे गिर गए हैं कि उन्होंने केवल राजनीतिक उद्देश्यों के लिए करोड़ों लोगों की आस्था को ठेस पहुंचाई है। उन्होंने पीएम से इस मामले में हस्तक्षेप करने और चंद्रबाबू को फटकार लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा टीटीडी की पवित्रता, अखंडता और प्रतिष्ठा को अपूर्णीय रूप से कलंकित करने का प्रयास किया जा रहा है। आठ पन्नों के पत्र में उन्होंने आरोप लगाया कि नायडू के कार्यों ने न केवल सीएम के कद को गिराया है, बल्कि टीटीडी और उसकी प्रथाओं की पवित्रता को भी आहत किया है। बता दें कि 19 सितंबर को सीएम नायडू ने यह दावा करके राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया कि पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के दौरान तिरुपति में श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में चढ़ाए जाने वाले तिरुपति लड्डू प्रसादम में इस्तेमाल किए गए घी में पशु चर्बी थी।

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