अदालत ने मंगलवार को दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी को प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रमुख प्रवीण शंकर कपूर की ओर से दायर मानहानि मामले पर समन जारी कर तलब किया है। हालांकि अदालत ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को राहत प्रदान करते हुए कहा कि उनके खिलाफ कोई मामला नहीं बनता। कपूर ने आरोप लगाया कि आप नेताओं ने गलत दावा किया कि भाजपा ने आप विधायकों पार्टी में शामिल होने के लिए संपर्क किया था। साथ ही हर विधायक को करोड़ों रुपये की ऑफर की गई थी।
राउज एवेन्यू कोर्ट की अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट तान्या बामनियाल ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन जारी करने के लिए उनके खिलाफ प्रथम दृष्टया कोई मामला नहीं बनता है। अदालत ने कहा, आतिशी को आईपीसी की धारा 500 के तहत बुलाने के लिए पर्याप्त आधार मौजूद हैं।
कपूर ने केजरीवाल और आतिशी के खिलाफ आपराधिक मानहानि का मामला दायर करते हुए दावा किया कि जब भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) किसी भी मामले के संबंध में आप नेताओं से संपर्क करता है, तो वे आरोप लगाते हैं कि भाजपा आप विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
भाजपा नेता और नई दिल्ली संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी बांसुरी स्वराज ने कहा कि दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बिना किसी तर्क के, बिना किसी सबूत के ‘ऑपरेशन लोटस’ जैसा घिनौना आरोप पार्टी पर लगाया। तब प्रवीण शंकर कपूर की ओर से दिल्ली की मंत्री पर मानहानि का मामला दायर कराया गया।
अब आतिशी की गिरफ्तारी की रची जा रही साजिश: सीएम अरविंद केजरीवाल
दिल्ली सरकार के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, मैंने पहले ही कहा था कि वे (केंद्र सरकार) अगली बार आतिशी को गिरफ्तार करेंगे। वे अब आतिशी की गिरफ्तारी की साजिश रच रहे हैं। यह पूरी तरह से तानाशाही है। झूठे मामलों में वे एक-एक करके आप के सभी नेताओं को गिरफ्तार कर रहे हैं। अगर मोदी जी दोबारा सत्ता में आए तो हर एक विपक्षी नेता को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।