दिल्ली की सियासत और मीडिया में शुक्रवार दिनभर स्वाति मालीवाल प्रकरण चलता रहा। इस मामले पर सियासत तो गर्म है ही आम आदमी पार्टी के परस्पर विरोधी बयान और बातें भी सामने आ रही हैं। आप नेता आतिशी ने स्वाति को झूठा बताया तो मालीवाल ने कहा कि अब खुद को बचाने के लिए केजरीवाल के घर के सीसीटीवी फुटेज के साथ छेड़छाड़ की जा रही है। देर शाम पुलिस टीम मालीवाल को लेकर केजरीवाल के घर पहुंची और सीन रीक्रिएट किया तथा वीडियोग्राफी भी की गई। पुलिस टीम देर रात केजरीवाल के घर से निकली।
मालीवाल को लेकर केजरीवाल के घर पहुंची पुलिस, सीन रीक्रिएट किया
मालीवाल पर कथित हमले में दिल्ली पुलिस सबूत जुटाने के लिए शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंची। पुलिस के साथ फोरेंसिक विशेषज्ञ भी थे। अतिरिक्त डीसीपी (उत्तर) अंजिता चेप्याला सीन रीक्रिएट करने के लिए मालीवाल को भी साथ लेकर पहुंची थीं। टीम सीएम आवास पर एक घंटे से अधिक समय तक रही।
महिला आयोग के सामने पेश नहीं हुए बिभव कुमार
मालीवाल के साथ कथित बदसलूकी मामले में आरोपी बिभव कुमार शुक्रवार को राष्ट्रीय महिला आयोग के समक्ष पेश नहीं हुए। आयोग ने कुमार को सुबह 11 बजे पेश होने के लिए समन भेजा था। आयोग की टीम शुक्रवार को पुलिस के साथ फिर से बिभव के आवास पर गई, लेकिन किसी ने समन स्वीकार नहीं किया। इस पर एनसीडब्ल्यू की टीम ने उनके गेट पर नोटिस चस्पा कर दिया। इसमें उन्हें 18 मई को पेश होने के लिए कहा गया है।
केजरीवाल के खिलाफ भी जांच संभव : रेखा शर्मा
राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि यदि बिभव कुमार शनिवार को भी पेश नहीं हुए तो आयोग की जांच टीम उनके घर जाकर मामले में पूछताछ करेगी। यदि अरविंद केजरीवाल भी दोषी मिलते हैं या उनकी किसी भी तरह की संलिप्तता मिलती है, तो आयोग उनके खिलाफ भी जांच और कार्रवाई कर सकता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल इस मामले में अपने निजी सचिव को बचा रहे हैं। शर्मा ने कहा कि वह मालीवाल के संपर्क में हैं, लेकिन वह घटना के बाद से मानसिक आघात में हैं। मतभेदों के बावजदू हम एक दूसरे के साथ खड़े हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से स्वाति से मिलूंगी। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर केजरीवाल की चुप्पी दिखाती है कि वह किसी चीज भी परवाह नहीं करते हैं।
आरोपी बिभव के साथ बेशर्मी से घूम रहे केजरीवाल : सीतारमण
नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इस मामले पर चुप्पी साधने को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की। भाजपा मुख्यालय में मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि मालीवाल मुद्दे पर बोलने के बजाय केजरीवाल आरोपी बिभव कुमार के साथ बेशर्मी से घूम रहे हैं। आप सांसद संजय सिंह के मालीवाल मामले में कार्रवाई का वादा करने के एक दिन बाद आरोपी बिभव को केजरीवाल के साथ लखनऊ में देखा गया। यह बेशर्मी की हद है। यह अविश्वसनीय और अस्वीकार्य है कि केजरीवाल ने अपनी पार्टी की महिला सांसद पर हमले पर एक शब्द भी नहीं बोला है। उन्होंने कहा कि मालीवाल पर उस समय हमला जब केजरीवाल खुद घर में मौजूद थे। उन्हें इस मसले पर अपनी चुप्पी तोड़नी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए।
महिला सांसद को लात-घूंसों से पीटा गया, पर इंडी गठबंधन चुप : अनुराग
हमीरपुर। केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के शीशमहल में उनकी ही मौजूदगी में महिला सांसद स्वाति मालीवाल को लात-घूंसों से पीटा गया, लेकिन पूरा इंडी गठबंधन गहरी चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने कहा, इस मामले में कार्रवाई करने के बजाय इंडी गठबंधन चुप क्यों है? ये लोग अपनी ही महिला सांसद पर हुए अत्याचार के खिलाफ खड़े नहीं हो सकते, तो आम जनता के लिए कैसे खड़े होंगे। उन्होंने कहा, यह बेहद शर्मनाक व दुर्भाग्यपूर्ण है कि जिस दिल्ली में निर्भया कांड हुआ, महिलाओं के खिलाफ अपराधों को लेकर सख्त नियम बनाए गए, आज वही लोग अपनी महिला सांसद के साथ शारीरिक हिंसा कर रहे हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों के लिए आखिर क्या मजबूरी है कि महिलाओं के साथ अत्याचार करने वालों को संरक्षण देना उन्हें जरूरी है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा की प्राथमिकता महिलाओं का सम्मान और महिला सशक्तीकरण है।
केजरीवाल को जमानत मिलने से बौखला गई भाजपा : आतिशी
आम आदमी पार्टी ने राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल के साथ कथित बदसलूकी मामले में सफाई दी। पार्टी प्रवक्ता आतिशी ने कहा कि जो वीडियो सामने आया है, उसमें साफ नजर आ रहा है कि स्वाति मालीवाल ने अपनी एफआईआर में जो आरोप लगाए हैं, वे बिल्कुल निराधार हैं। उन्होंने कहा कि स्वाति भाजपा की साजिश का चेहरा और मोहरा हैं। उन्होंने कहा कि जब से अरविंद केजरीवाल को जमानत मिली हैं, तब से भाजपा बौखलाई हुई है। इसी बौखलाहट के तहत भाजपा ने साजिश रची और 13 मई को स्वाति मालीवाल को केजरीवाल के घर भेजा गया। स्वाति मालिवाल इस साजिश का चेहरा और मोहरा थीं। उनका इरादा सीएम पर आरोप लगाने का था लेकिन सीएम उस वक्त वहां नहीं थे, इसलिए बच गए।