भीषण गर्मी में बिजली की मांग काफी बढ़ गई है। बिजली की मांग लगातार रिकार्ड स्तर पर पहुंच रही है। इस वजह से राजधानी के कई इलाकों में बिजली कटौती भी हो रही है। इस वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई इलाके में तो एक-एक घंटे की कटौती देखने को मिल रही है। पॉश कॉलोनियों से लेकर जेजे कॉलोनी, पुरानी दिल्ली के बाजार और नई दिल्ली के मॉल में भी बिजली की कटौती हो रही है।
दिल्ली में बिजली की कटौती
गर्मी की वजह से लोगों का जीवन इन दिनों बेहाल है। ऐसे में बिजली की कटौती और परेशानी बढ़ा रही है। 8300 मेगावाट बिजली की मांग दर्ज की जा रही है। पॉश कॉलोनियों में लोगों को दिन में दो से तीन बार 15 से 20 मिनट की बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है वही मध्यम वर्ग की कॉलोनियों में एक बार में 45 मिनट से एक घंटे तक बिजली कटौती हो रही है, जबकि अनधिकृत कॉलोनियों और दूर-दराज के इलाकों में लंबी कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
दिन में दो घंटे बिजली हो रही गुल
इसके अलावा चावड़ी बाजार, चांदनी चौक, सदर बाजार, ईदगाह, पुरानी दिल्ली के व्यापारियों को दिन में दो घंटे तक की बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। इसी तरह ग्रेटर कैलाश, साउथ एक्सटेंशन, साकेत और वसंत विहार में भी रहने वालों को बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।
बिजली-पानी के संकट पर भाजपा का तंज
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि पिछले कुछ हफ्तों से पानी की कमी का सामना दिल्ली वाले कर रहे थे अब बिजली कटौती की एक नई समस्या बन गई है। बिजली मंत्री आतिशी प्रतिदिन 8300 मेगावाट की उच्च मांग को पूरा करने के दावा कर रही है। दूसरी तरफ आरडब्ल्यूए और प्रमुख नागरिकों का सोशल मीडिया पर बिजली कटौती की रिपोर्ट लिखना चौंकाने वाला है।
दिल्ली के इन इलाकों में हो रही बिजली कटौती
छतरपुर से नजफगढ़ तक, नरेला से नांगलोई तक, विकासपुरी से मोहन गार्डन तक और घोंडा बाबरपुर से मयूर विहार तक पूरे पूर्वी दिल्ली के दूर-दराज के इलाकों में दैनिक आधार पर बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है। दिल्ली सरकार बुनियादी सुविधा भी देने में विफल साबित हो रही है। राजनीतिक बयानबाजी की जगह बिजली और पानी की सुविधा देने पर आम आदमी पार्टी को ध्यान देना चाहिए।