पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को लोगों को एक खुला पत्र लिखा और पिछले शासन में राज्य की स्थिति को याद करते हुए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) को वोट देने तथा अपने पड़ोसियों को ऐसा करने के लिए तैयार करने का आग्रह किया। 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के लिए प्रचार समाप्त होने में केवल एक दिन शेष रहने के बीच जदयू प्रमुख ने पत्र में कहा कि बिहार की सेवा करना उनका धर्म है और पूरा राज्य उनके परिवार की तरह है।
जद (यू) राज्य की उन सभी पांच सीट पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है जिन पर शुक्रवार को दूसरे चरण में मतदान होगा। राज्य के सर्वाधिक समय तक मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार ने अपने धुर प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद और राजद का नाम लिए बिना पत्र में प्रारंभिक टिप्पणी में कहा, “आपको पिछले शासन के तहत बिहार की दुर्दशा याद होगी।” जनवरी में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन समाप्त कर पुन: राजग में लौटे नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘घोटाले, हत्या, डकैती और अन्य प्रकार के अपराध बिहार को परिभाषित करने लगे थे। व्यापारी और उद्योगपति दूसरे राज्यों में चले गए। यहां तक कि फिरौती के लिए डॉक्टरों का भी अपहरण किया गया।” उन्होंने, “बिहार के उत्थान के लिए 2005 से लेकर अब तक मेरे द्वारा किए गए काम के बारे में आप सभी जानते हैं। आज, हमारे राज्य ने बिजली, सड़क, शिक्षा और कानून-व्यवस्था में सर्वांगीण प्रगति के साथ अपना खोया हुआ गौरव वापस पा लिया है।”
नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘बिहार की सेवा करना मेरा धर्म है, पूरा राज्य मेरे लिए परिवार जैसा है।” उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव के इस दावे का स्पष्ट रूप से खंडन किया कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री के रूप में उन्होंने सरकारी विभागों में बड़े पैमाने पर भर्तियां कराईं। नीतीश कुमार ने रेखांकित किया कि 2020 के विधानसभा चुनाव के लिए अपने घोषणापत्र में, ‘‘मैंने 10 लाख सरकारी नौकरियों और इतनी ही संख्या में रोजगार का वादा किया था।” उन्होंने कहा, “मैं आपसे वादा करता हूं कि मेरी सरकार सरकारी नौकरियों सहित रोजगार सृजन जारी रखेगी।” मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘अंत में मैं यही अपील करूंगा कि आपके निर्वाचन क्षेत्र में मतदान हो रहा है। कृपया राजग को बिहार की सभी 40 सीट जीतने का लक्ष्य हासिल करने में मदद करें।”