दोहा में गाजा युद्धविराम समझौता वार्ता शुरू, अब तक मारे गए 40 हजार फलस्तीनी

गाजा युद्धविराम को लेकर कतर की राजधानी दोहा में गुरुवार दोपहर अगले चरण की वार्ता शुरू हो गई। दुनिया भर के देशों की निगाहें इस पर टिकी हैं। पश्चिम एशिया में युद्ध रोकने के लिए गाजा समझौते को महत्वपूर्ण कड़ी माना जा रहा है। वार्ता में इजरायल के खुफिया प्रमुख डेविड बार्निया अपने अमेरिका और मिस्त्र के समकक्षों के साथ भाग ले रहे हैं।

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जान किर्बी ने पुष्टि की कि वार्ता शुरू हो गई है। उन्होंने कहा कि गुरुवार को कोई समझौता होने की संभावना नहीं है। वार्ता यह शुक्रवार को भी जारी रहेगी।

सात अक्टूबर से जारी युद्ध रुक सकता
हमास के अधिकारी गुरुवार की वार्ता में शामिल नहीं हुए। उन्होंने इजरायल पर वार्ता में बाधा डालने का आरोप लगाया है। हालांकि वार्ता के बारे में जानकारी रखने वाले अधिकारी ने बताया कि बैठक के बाद मध्यस्थ हमास की दोहा स्थित वार्ता टीम से परामर्श कर सकते हैं। समझौते की सफलता से पिछले वर्ष सात अक्टूबर से जारी युद्ध रुक सकता है और हमास के कब्जे से 115 इजरायली व अन्य देशों के बंधकों की रिहाई हो सकती है।

पश्चिम एशिया में 31 जुलाई को तेहरान में हमास प्रमुख इस्माइल हानिया की हत्या के बाद से पश्चिम एशिया में युद्ध भड़कने की आशंका व्यक्त की जा रही है। ईरान ने इजरायल से बदला लेने का संकल्प लिया है। गाजा युद्धविराम समझौता विफल होता है तो वह इजरायल पर हमला कर सकता है। वहीं अमेरिका ने ईरान के हमले से बचाव के लिए इजरायल से प्रतिबद्धता दोहराई है।

20 हमास लड़ाके मारे गए, गाजा में मृतकों की संख्या 40 हजार पार
एपी के अनुसार, गाजा में 10 माह की जंग में मृतक फलस्तीनियों की संख्या 40 हजार पार कर गई है। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि गाजा युद्ध में मृतकों की संख्या 40,005 पहुंच गई है। 92,401 लोग घायल हुए हैं और यहां 85 प्रतिशत निवासियों को घर से विस्थापन का दर्द झेलना पड़ा है। वहीं इजरायली सैना के प्रवक्ता डैनियल हगारी ने गुरुवार को कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद से सेना ने गाजा में 17,000 से अधिक फलस्तीनी आतंकियों का सफाया कर दिया है।

कब्रिस्तानों में दफनाए जा रहे कब्रों के ऊपर कब्र
गाजा के कब्रिस्तानों में लोगों को दफनाने की जद्दोजहद जारी है, जहां कब्र खोदने वाले अधिक मृतकों के लिए जगह बनाने में जुटे हैं। वे जगह की कमी पर कभी-कभी कब्रों के ऊपर भी कब्रें बना रहे हैं। एपी के अुनसार, दीर अल-बाला कब्रिस्तान में बाराका और उनकी स्वयंसेवी कब्र खोदने वालों की टोली सूर्योदय के समय नई खाइयां खोदना या मौजूदा खाइयों को फिर से खोलना शुरू कर देती है। कब्रिस्तान 70 वर्ष पुराना है, इसकी एक चाथाई कब्रें नई हैं।

गाजा और यरुशलम जाएंगे फलस्तीन के राष्ट्रपति अब्बास
फलस्तीन के राष्ट्रपति महमूद अब्बास गाजा और येरुशलम का दौरा करेंगे। उन्होंने गुरुवार को तुर्किये की संसद को संबोधित करते हुए कहा, मैंने गाजापट्टी जाने का फैसला किया है। मैं हरसंभव प्रयास करूंगा ताकि हम इस बर्बर आक्रमण को रोक सकें, भले ही इसके लिए हमें अपनी जान क्यों न देनी पड़े।

उन्होंने यह भी कहा कि वे यरुशलम भी जाएंगे। यह नहीं बताया कि वे कब जाएंगे। 46 मिनट के संबोधन में अब्बास ने दुनिया से इजरायल को युद्ध अपराधों और अंतरराष्ट्रीय कानून के उल्लंघन के लिए दंडित करने का भी आह्वान किया। इससे पहले अब्बास ने बुधवार को अंकारा में तुर्किये के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन से युद्ध विराम के प्रयासों पर चर्चा करने के लिए मुलाकात की थी।

एर्दोगन ने फलस्तीन को देंगे समर्थन
एक्स पर जारी बयान में कहा गया कि एर्दोगन ने फलस्तीन के मुद्दे के लिए समर्थन देने, मानवीय सहायता पहुंचाने, शांति स्थापित करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय विशेष रूप से इस्लामी देशों द्वारा इजरायल पर दबाव बढ़ाने के लिए काम करने का वादा किया।

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