प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार की शाम करीब 5:30 बजे डॉ. संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में मातृशक्ति सम्मेलन को संबोधित करेंगे। कार्यक्रम में 25 हजार महिलाएं हिस्सा लेंगी। यह पहली बार होगा जब किसी राजनीतिक दल की ओर से इतनी बड़ी तादाद में महिलाओं का सम्मेलन होने जा रहा है। कार्यक्रम की खास बात ये है कि इसमें संचालन, मंच, व्यवस्था समेत सभी जिम्मेदारियां महिलाएं ही संभालेंगी।
वाराणसी लोकसभा क्षेत्र के सभी 1909 बूथों से महिलाओं की भागीदारी पार्टी की ओर से सुनिश्चित की गई है। यह कार्यक्रम यूं ही नहीं है, इसके सियासी मायने भी हैं। भाजपा महिला मतदाताओं पर शुरू से ही विशेष ध्यान केंद्रित करती रही है। पूर्वांचल की 13 लोकसभा सीटें गाजीपुर, घोसी, भदोही, वाराणसी, जौनपुर, मछलीशहर, बलिया, मिर्जापुर, आजमगढ़, लालगंज, चंदौली, राबर्ट्सगंज और सलेमपुर। यहां अगले दस दिनों में मतदान होने हैं। इन सीटों पर महिला मतदाताओं की संख्या एक करोड़ 56 लाख 345 है।
इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री इन सभी महिला मतदाताओं को संदेश देंगे। प्रधानमंत्री अलग-अलग क्षेत्र में विशेष कार्य कर रहीं महिलाओं, स्वयं सहायता समूह की महिलाओं से संवाद भी करेंगे। लोकसभा प्रभारी अर्चना मिश्रा और मीना चौबे ने बताया कि नारी शक्ति संवाद कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को रिसीव करने, मंच संचालन, व्यवस्था समेत संपूर्ण दायित्व मातृ शक्ति के कंधे पर ही है। पंडाल में मिनी भारत का स्वरूप भी दिखाई देगा।
पूर्वांचल से अब तक छह महिला सांसद ही चुनी गईं
आजादी के बाद से अब तक हुए लोकसभा चुनावों में पूर्वांचल से केवल छह महिला सांसद चुनी गईं। यह मौका केवल चंदौली आजमगढ़ और मिर्जापुर को ही मिला है। इसमें कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री रहीं मोहसिना किदवई, सपा की फूलन देवी, पूर्व मुख्यमंत्री कमलापति त्रिपाठी की बहू चंद्रा त्रिपाठी और अपना दल अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल शामिल हैं। वाराणसी, गाजीपुर, घोसी, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही और राबर्ट्सगंज से किसी महिला को लोकसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला।