इस साल बुद्ध पूर्णिमा का पर्व 23 मई को मनाया जा रहा है। बुद्ध पूर्णिमा को बुद्ध जयंती के रूप में भी जाना जाता है। माना जाता है कि इस दिन भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था और इसी दिन उन्हें ज्ञान भी प्राप्त हुआ था। भगवान बुद्ध के विचारों ने मानवता को नई राह दिखाई। त्याग, अहिंसा, करुणा व मित्रता का संदेश देकर भगवान बुद्ध ने मानव समाज को सार्थक जीवन जीने की कुंजी दी। उनके विचारों को जिंदगी में उतार कर कई समस्याओं से पाया जा सकता है छुटकारा और जी सकते हैं खुशहाल जिंदगी।
वर्तमान में जीना सीखें
गौतम बुद्ध ने कहा था हर इंसान को वर्तमान में जीने की आदत डालनी चाहिए। इससे उलझन कम होती है। नई चीजों पर काम करने का उत्साह रहता है। जो बीत गया उसे लेकर परेशान न रहें और न ही भविष्य को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित। वर्तमान में जो चीजें हैं उसे लेकर खुश रहें।
क्रोध से बचें और किसी को ठेस न पहुंचाएं
क्रोध मनुष्य का सबसे बड़ा दुश्मन है। गुस्से में की गई चीजों का बाद में सिर्फ और सिर्फ पछतावा होता है। क्रोध करने से बनते काम भी बिगड़ जातेे हैं। मन को शांत रखें और दिल में प्यार का भाव। इसके अलावा कभी भी ऐसा कोई काम न करें जिससे किसी को ठेस पहुंचें। किसी पर निर्भर न रहें और दूसरों से अपनी तुलना करने से बचें।
बड़बोलापन अच्छा नहीं
कुछ लोग बड़ी-बड़ी बातों से दूसरे को इंप्रेस और खुद को ज्ञानी साबित करने की कोशिश करते रहते हैं। सबसे अजीब बात कि उस ज्ञान पर खुद अमल नहीं करते। ये एटीट्यूड बहुत ही गलत है। ऐसे व्यक्ति को कोई सम्मान नहीं करता। बड़े बोल बोलने की जगह कम पर ध्यान दें क्योंकि लोग इसी से आपका सम्मान करते हैं। इसके साथ ही नापतौल कर बोलें।
दयालु बनें
कभी किसी का दुख बांट लेने से, जरूरतमंद की मदद करने से बहुत सुकून देता है। दयालु स्वभाव दूसरों के साथ आपकी खुद की जिंदगी को भी बेहतर बनाता है। इसके साथ ही जीवन में आभारी रहना सीखें। आपके पास जो चीजें मौजूद हैं उसके प्रति आभारी रहें। चिंता, घृणा और ईर्ष्या से बचकर रहना चाहिए।
सोच हो सही
बुद्ध का कहना था कि जैसी आपकी सोच होगी, वैसा ही आपके साथ होगा। इसलिए जिंदगी में सकारात्मक रहें। नकारात्मक सोच तनाव बढ़ाने के साथ और भी कई तरीकों से आपकी जिंदगी को प्रभावित करती है।