
आज देशभर में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती धूमधाम से मनाई जा रही है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी बाबा साहेब की जयंती पर उन्हें नमन किया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि ”वे सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ एवं लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला थे।”
सीएम योगी ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”सर्वसमावेशी, सर्वहितग्राही, उत्कृष्ट लोकतांत्रिक मूल्यों से दीप्त, एक भारत-श्रेष्ठ भारत की भावना को समृद्ध करते भारतीय संविधान के शिल्पकार, बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर जी की जयंती पर उन्हें कोटि-कोटि नमन! वे सच्चे अर्थों में ‘भारत रत्न’ एवं लोकतंत्र की जीवंत पाठशाला थे। समतामूलक एवं न्यायप्रिय समाज की स्थापना के लिए उनका संघर्ष हम सभी को अनंत काल तक प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।”
बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को मध्य प्रदेश के महू में हुआ था। वह वकील होने के साथ-साथ अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और महान समाज सुधारक भी थे। उन्होंने छुआछूत और जातीय भेदभाव के खिलाफ आंदोलन चलाया। उन्हें भारतीय संविधान का वास्तुकार भी माना जाता है। वह भारत के संविधान की मसौदा समिति के अध्यक्ष भी थे।
उन्होंने समता, स्वतंत्रता, बंधुत्व और न्याय पर आधारित संविधान की नींव रखी। उन्होंने जीवन भर समाज में फैली असमानता, छुआछूत, जातिवाद, ऊंच-नीच और भेदभाव जैसी सामाजिक बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ीं। डॉ. आंबेडकर ने दलितों, वंचितों और आदिवासियों के अधिकारों के लिए संघर्ष किया और उन्हें सामाजिक न्याय दिलाने की दिशा में अनेक महत्वपूर्ण कार्य किए।