पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर मुदस्सर नजर ने क्रिकेट में मैच फिक्सिंग की एक बार फिर चर्चा छेड़ दी है। मुदस्सर नजर ने भारत और पाकिस्तान के मैच को लेकर कहा कि हर बार जब उनकी टीम भारत से कोई गेम हारती थी तो घर पर लोग सोचते थे कि मैच फिक्स था।
यूएई में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट टॉक शो- क्रिकेट प्रेडिक्टा के 100वें एपिसोड का जश्न मनाने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। मुदस्सर नजर ने कॉन्क्लेव में मैच फिक्स और भारत-पाकिस्तान के मैच के बारे में पूछे गए सवाल पर यह बात कही।
हारने का रहता था डर
नजर ने कहा, मुझे लगता है कि अगर आप 90 के दशक की पाकिस्तानी टीम को देखें, तो वे प्रतिभा के लिहाज से 90 के दशक की ऑस्ट्रेलिया जितनी ही अच्छी थी। लेकिन मैच हारने का एक डर था और मैं यहां थोड़ा विवादास्पद होने जा रहा हूं, क्योंकि जब भी टीम हारती थी लोगों को लगता था कि मैच फिक्स था।
‘लोगों को लगता था कि मैच फिक्स है’
मुदस्सर ने कहा, 90 के दशक की शुरुआत में किसी समय मैं उस टीम का हिस्सा था, जिसे मैच हारने का डर था और क्योंकि लोगों के मन में होता था कि मैच फिक्स है। इसमें आप भारत-पाकिस्तान मैच भी जोड़ सकते हैं। इसके चलते टीम पर बहुत दवाब होता था।
पाकिस्तान टीम को हुआ काफी नुकसान
गौरतलब हो कि 1976 से 1989 तक पाकिस्तान के लिए 76 टेस्ट और 122 वनडे खेलने वाले मुदस्सर नजर का यह भी मानना है कि मैच फिक्सिंग की कहानी ने टीम के प्रदर्शन पर असर डाला है। दुर्भाग्य से मैच फिक्सिंग की घटना ने पाकिस्तान टीम को भारी नुकसान पहुंचाया है।