
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। ऐसे में मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर 23 जुलाई से शुरू होने वाले चौथे टेस्ट में जसप्रीत बुमराह पर टीम प्रबंधन ‘दांव’ लगा सकता है। हालांकि, भारतीय टीम के सहायक कोच रेयान टेन डोएशे ने कहा कि बुमराह के खेलने को लेकर अंतिम फैसला टेस्ट से एक दिन पहले लिया जाएगा।
इस सीरीज की शुरुआत से पहले ही कोच गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया था कि बुमराह को सीरीज में तीन मैच खिलाए जाएंगे ताकि उनका कार्यभार संतुलित रहे। ऐसे में बुमराह लीड्स और लार्ड्स टेस्ट में खेले थे, जबकि बर्मिंघम में उन्हें विश्राम दिया गया था। लार्ड्स में हार के बाद अगर भारतीय टीम मैनचेस्टर में किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहती है और ऐसे में माना जा रहा है कि बुमराह को लेकर टीम रणनीति बदल सकती है। भारतीय टीम ने गुरुवार को बेकनहैम में अभ्यास सत्र में हिस्सा लिया।
डोएशे ने कहा, हम मैनचेस्टर में अंतिम निर्णय लेंगे। हमें पता है कि हमें आखिरी दो टेस्ट में से किसी एक के लिए बुमराह उपलब्ध हैं। चूंकि सीरीज अब निर्णायक मोड़ पर है, ऐसे में उनकी वापसी की संभावना मजबूत है। लेकिन हमें कई पहलुओं को ध्यान में रखना होगा, जैसे वहां कितने दिन का खेल हो सकता है, हमारी जीत की संभावना किस संयोजन से बढ़ेगी, और ओवल टेस्ट को भी ध्यान में रखना होगा।
सिराज को भी कार्यभार प्रबंधन की जरूरत
सीरीज में अब तक 13 विकेट लेने वाले मोहम्मद सिराज की भी कार्यभार को लेकर चिंता जताई गई है। सिराज अब तक 109 ओवर फेंक चुके हैं और लगातार तीव्रता से गेंदबाजी कर रहे हैं। डोएशे ने कहा कि सिराज जैसा तेज गेंदबाज होना हमारे लिए सौभाग्य की बात है। वह हमेशा दिल से खेलता है और कभी पीछे नहीं हटता। इसलिए जरूरी है कि हम उसका कार्यभार सही तरीके से संभालें ताकि वो पूरी तरह से फिट रह सके। हम सिराज और बुमराह दोनों के संयोजन को लेकर सोच रहे हैं, लेकिन अर्शदीप की चोट ने स्थिति को और जटिल बना दिया है। अंतिम फैसला मैनचेस्टर में लिया जाएगा।
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स भी अब तक सीरीज में 105 ओवर गेंदबाजी कर चुके हैं और बुमराह या सिराज की तुलना उनसे करने पर डोएशे ने कहा कि बेन का प्रदर्शन बेहद प्रेरणादायक रहा है, लेकिन हर गेंदबाज की अपनी शैली होती है। बुमराह छोटे स्पेल में बेहतर करते हैं, जबकि सिराज जैसे कुछ गेंदबाज सातवें और आठवें ओवर में लय में आते हैं। हमें टीम की आवश्यकताओं और गेंदबाजों की शैली को ध्यान में रखकर रणनीति बनानी होती है।
नेट्स पर खुद गेंदबाजी करते दिखते मोर्कल
अभ्यास के दौरान एक दिलचस्प नजारा तब देखने को मिला जब टीम के गेंदबाजी कोच मोर्नी मोर्कल ने खुद नेट्स में गेंदबाजी की। अर्शदीप के चोटिल होने और अकाश दीप के उस दिन गेंदबाजी नहीं करने के कारण बल्लेबाजों को विविधता देने के लिए मोर्कल ने हाथ आजमाए। इस पर डोएशे ने कहा कि अगर अभ्यास मैच की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए किसी लंबे और तेज गेंदबाज की जरूरत हो तो मोर्कल का गेंदबाजी करना उपयोगी होता है। बल्लेबाजों को उनसे चुनौती लेकर अभ्यास करना पसंद है।
पंत बल्लेबाजी के लिए होंगे उपलब्ध
ऋषभ पंत ने लार्ड्स टेस्ट में अंगुलियों में चोट के बावजूद बल्लेबाजी की थी और अब वह धीरे-धीरे उबर रहे हैं। डोएशे ने कहा कि उन्होंने तीसरे टेस्ट में दर्द के साथ बल्लेबाजी की। अब अंगुलियां बेहतर हो रही है। कीपिंग आखिरी चरण होगा। हम नहीं चाहते कि एक बार फिर मैच के बीच में कीपर को बदलना पड़े। इसलिए उन्हें ज्यादा से ज्यादा आराम दे रहे हैं और उम्मीद है कि मैनचेस्टर में पहले ही दिन से वह तैयार रहेंगे।
करारी हार के बाद भी टीम का हौसला कायम
सहायक कोच ने कहा कि लगातार दो हार के बावजूद टीम का मनोबल मजबूत है। शायद यह विरोधाभासी लगे जब आप सीरीज में 2-1 से पीछे हों, लेकिन हमें लगता है कि खिलाडि़यों ने अधिकतर समय शानदार खेल दिखाया है। अगर व्यक्तिगत रूप से देखें, तो बल्लेबाजों की फार्म ठीक है। यहां तक कि करुण नायर की लय भी अच्छी है। हम शीर्ष क्रम से और रन चाहते हैं, लेकिन हमारा फोकस इस पर है कि हमने क्या अच्छा किया और छोटी-छोटी गलतियों को कैसे सुधारा जाए जो हमें जीत से दूर ले गईं।