कानपुर में बर्रा पुलिस ने के ब्लॉक निवासी गौरव सिंह राजावत (30) हत्याकांड का खुलासा करते हुए बंदी रक्षक के बेटे समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों ने नशेबाजी के दौरान हुई गालीगलौज के विरोध में गौरव सिंह की लाठी-डंडों से पीटकर हत्या कर दी थी।
इसके बाद शव को बेड पर लिटाकर रजाई डालकर फरार हो गए थे। बर्रा के ब्लॉक निवासी गौरव सिंह पत्नी खुशबू सिंह से विवाद के चलते पास में ही रहने वाले निलंबित बंदी रक्षक के घर पर किराये पर रह रहा था। दो फरवरी की देर रात उसका शव कमरे में पड़ा मिला था।
परिजनों ने मकान मालिक बंदी रक्षक के बेटे रुद्र प्रताप सिंह, बर्रा विश्वबैंक निवासी वेदजी शुक्ला, कानपुर देहात के रसूलाबाद निवासी संजय कुमार यादव और बर्रा विश्वबैंक निवासी आदित्य उर्फ कल्लू रावत के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूछताछ की।
पुलिस ने इलेक्ट्रानिक और वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए हैं
आरोपियों ने बताया कि नशे में गौरव ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए गालीगलौज शुरू कर दी थी। इससे गुस्से में सभी ने लकड़ी के फंटे और लात-घूसों से उसकी पिटाई की थी, जिससे उसकी मौत हो गई। डीसीपी साउथ रविंद्र कुमार ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ इलेक्ट्रानिक और वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किए गए हैं। उनका कबूलनामा, पोस्टमार्टम रिपोर्ट को आधार बनाकर जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की जाएगी।
निलंबित कर्मचारी के घर पर किराये पर रह रहा था
बता दें कि बर्रा के ब्लॉक निवासी गौरव सिंह रजावत (30) के परिवार में पत्नी खुशबू सिंह और दो बच्चे शिवा और खुशी हैं। गौरव का पत्नी से विवाद चल रहा था। इस वजह से वह घर से चंद से कुछ कदम की दूरी पर स्थित जेल के एक निलंबित कर्मचारी के घर पर किराये पर रह रहा था।
घटनास्थल पर मिले थे शराब पार्टी के साक्ष्य
पुलिस के अनुसार शुक्रवार रात भी उसने अपने चार अन्य साथियों के साथ घर में ही शराब पी रहा था और इसी दौरान साथियों ने विवाद के बाद उसकी पीट पीटकर हत्या कर दी। पुलिस को घटनास्थल पर पार्टी सा दृश्य दिखाई दिया। पड़ोसियों ने बताया कि पहले तो देर रात तक तेज संगीत पर पार्टी होती रही।
गौरव की बचाने की गुहार सुनाई दी
इसके बाद सुबह चार बजे के आसपास गौरव की बचाने की गुहार सुनाई दी। अक्सर ऐसा होता था इसलिए कोई उठकर नहीं गया। इटावा निवासी बहनोई बृज मोहन ने बताया कि कुछ दिन पहले गौरव ने किदवईनगर में एक प्लॉट बिकवाया था। इसमें उसे कमीशन के रूप में तीन लाख रुपये और एक मोबाइल फोन मिला था। गौरव शराब का लती था।