
अपने कार्यस्थल पर महिला के यौन उत्पीड़न के मामले में शासन ने सख्त फैसला लेते हुए कुशीनगर के जिला कार्यक्रम अधिकारी(डीपीओ) को निलंबित कर दिया।
कार्यस्थल पर महिला का यौन उत्पीड़न करने के आरोपी कुशीनगर के जिला कार्यक्रम अधिकारी (डीपीओ) शैलेंद्र कुमार राय को सरकार ने निलंबित कर दिया है। डीएम कुशीनगर और निदेशक आईसीडीएस संदीप कौर की संस्तुति पर बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग की प्रमुख सचिव लीना जौहरी ने निलंबन आदेश जारी कर दिया है। साथ ही आरोपी डीपीओ को निदेशालय से संबद्ध करते हुए उप निदेशक जफर खान को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है।
शासन की ओर से जारी आदेश के मुताबिक आंतरिक समिति फीडिंग इंडिया के पीठासीन अधिकारी ने 31 जनवरी को ही डीएम के यहां डीपीओ शैलेंद्र राय के खिलाफ कार्यस्थल पर महिलाओं का यौन शोषण करने की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके आधार पर डीएम ने समिति का गठन कर मामले की जांच कराई तो आरोप सही पाए गए। इस आधार पर डीएम ने 12 मार्च को ही आईसीडीएस निदेशालय को डीपीओ के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति भेज दी थी।
डीएम की संस्तुति के आधार पर निदेशक आईसीडीएस ने माना कि डीपीओ पर लगे आरोपों से विभाग की छवि खराब हुई है। साथ ही उनके इस कृत्य को दायित्वों का दुरुपयोग मानते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति शासन को भेजी थी।
आरोपी को ही सौंप दी दूसरे आरोपी की जांच
मामले की जांच उप निदेशक जफर खान को सौंपे जाने पर भी सवाल उठने लगे। दरअसल जफर खान भी वही अधिकारी हैं, जिनपर कानपुर और अलीगढ़ में डीपीओ के पद पर तैनाती के दौरान मातहत महिला कर्मियों के उत्पीड़न के आरोप लगे थे। अलीगढ़ में आरोप लगा तो उनका कानपुर तबादला किया गया था।
कानपुर में भी एक महिला कर्मी ने जफर पर यौन शोषण की शिकायत दर्ज कराई थी। उनके खिलाफ अलीगढ़ और कानपुर में महिलाओं के शोषण के मामले में एफआईआर भी दर्ज है। इस मामले में मुकदमा चल रहा है। 6 मई को इसमें तारीख भी लगी है। इसके बावजूद जफर के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई। अलबत्ता उन्हें मुख्यालय में तैनात कर दिया गया और अब तो जफर को उप निदेशक पद पर पदोन्नति भी दे दी गई है।