अरबपति कारोबारी मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) सोमवार (14 अक्टूबर) को दूसरी तिमाही के नतीजों का एलान करेगी। रिलायंस ने एक्सचेंज फाइलिंग में इसकी जानकारी दी। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बोर्ड 14 अक्टूबर को मीटिंग करेगा। इसमें वह जुलाई-सितंबर 2024 तिमाही और अप्रैल-सितंबर 2024 छमाही के फाइनेंशियल रिजल्ट पर मुहर लगाएगा।
मुकेश अंबानी की RIL फिलहाल देश की सबसे ज्यादा वैल्यूएबल कंपनी है। बीएसई के डेटा के मुताबिक, रिलायंस का मार्केट कैप 18.55 लाख करोड़ रुपये है। इसके शेयर शुक्रवार (11 अक्टूबर) को बीएसई पर 2742.20 रुपये के भाव पर बंद हुए थे। कंपनी में जून 2024 के आखिर तक प्रमोटरों के पास 50.33 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। वहीं, FII के पास 21.75 फीसदी और DII के पास 17.30 फीसदी स्टेक था।
बोनस शेयर की रिकॉर्ड डेट अभी घोषित नहीं
रिलायंस इंडस्ट्रीज के बोर्ड ने 5 सितंबर को सालाना आम बैठक से पहले 1:1 के अनुपात में बोनस शेयर जारी करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। इसक मतलब कि शेयरहोल्डर्स को प्रत्येक शेयर पर एक शेयर बोनस के तौर पर दिया जाएगा। रिलायंस ने अभी तक बोनस शेयर के लिए रिकॉर्ड डेट का एलान नहीं किया है। माना जा रहा है कि इसका एलान भी 14 अक्टूबर को ही हो सकता है।
रिकॉर्ड डेट तक जिन लोगों के पास रिलायंस के शेयर होंगे यानी उनके नाम शेयरों के लाभार्थी मालिकों के तौर पर रजिस्टर ऑफ मेंबर्स ऑफ द कंपनी या डिपॉजिटरीज के रिकॉर्ड्स में होंगे। उन्हें बोनस बोनस शेयर मिलेगा। मुकेश अंबानी की रिलायंस 7 साल बाद बोनस शेयर देगी। इससे पहले कंपनी ने 2017 में भी 1:1 के रेशियो में शेयरधारकों को बोनस शेयर दिया था। रिलायंस ने साल 2009 में भी इसी अनुपात में बोनस शेयर दिया था।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों का हाल
रिलायंस के शेयरों में पिछले कुछ समय से सुस्ती देखने को मिल रही है। शुक्रवार को रिलायंस के शेयर 0.25 फीसदी तेजी के साथ 2,749.00 रुपये पर बंद हुए थे। लेकिन, पिछले एक महीने के दौरान रिलायंस के शेयरों में 6.66 फीसदी की गिरावट आई है। पिछले 6 महीने का आंकड़ा देखें, तो भी निवेशकों को रिलायंस से 6.17 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न मिला है। हालांकि, पिछले एक साल में रिलायंस के शेयरों में 17 फीसदी से अधिक का उछाल आया है।
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि बोनस शेयर इश्यू और पश्चिमी एशिया में भूराजनीतिक तनाव घटने के साथ रिलायंस के शेयरों में तेजी आ सकती है। अगर दूसरी तिमाही में रिलायंस के नतीजे बेहतर रहते हैं, तो इसका असर भी कंपनी के शेयरों पर दिखेगा।