शपथ ग्रहण समारोह के लिए भारत आने वाली पहली गेस्‍ट बनीं शेख हसीना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए विशिष्ट अतिथियों के आगमन की शुरुआत बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने के साथ हो गई है।

सचिव (सीपीवी और ओआईए) मुक्तेश परदेशी ने प्रधानमंत्री हसीना का हवाई अड्डे पर स्वागत किया। राष्ट्रपति भवन ने शुक्रवार को बताया कि प्रधानमंत्री मोदी 9 जून को प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। यह उनका तीसरा कार्यकाल होगा। उनके साथ ही उनके मंत्रिपरिषद के सदस्य भी उसी दिन शपथ लेंगे। विदेश मंत्रालय के आधिकारिक प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने एक्‍स पर एक पोस्ट में कहा,

प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के शपथ ग्रहण समारोह के लिए पहले विशिष्ट अतिथि ने नई दिल्ली में कदम रखा। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के नई दिल्ली पहुंचने पर सचिव (CPV और OIA) मुक्‍तेश पारदेशी ने गर्मजोशी से स्वागत किया। हमारे सबसे मूल्यवान भागीदारों में से एक की यह यात्रा दोस्ती के घनिष्ठ और गहरे संबंधों को और मजबूत करेगी।

10 जून को वापस लौटेंगी बांग्‍लादेशी पीएम

शेख हसीना रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए दिन में पहले ही ढाका से रवाना हो गईं। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री के भाषण लेखक एम नज़रुल इस्लाम ने शुक्रवार को कहा,

प्रधानमंत्री शेख हसीना शनिवार, 8 जून को सुबह 11 बजे ढाका से दिल्ली के लिए रवाना होंगी और शपथ ग्रहण समारोह की तारीखों में बदलाव के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के बाद 10 जून को दोपहर में स्वदेश लौट आएंगी।

बाग्‍ंलादेश के साथ मजबूत हुए भारत के रिश्‍ते

बुधवार को प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष को रविवार को अपने शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया था। जिसके बाद शेख हसीना ने निमंत्रण स्वीकार कर लिया।

पिछले कुछ वर्षों में भारत और बांग्लादेश ने एक बहुआयामी संबंध स्थापित किया है, जो साझा इतिहास, संस्कृति और भौगोलिक निकटता द्वारा चिह्नित है। पड़ोसी क्षेत्र और हिंद महासागर क्षेत्र के कई नेताओं और राष्ट्राध्यक्षों को प्रधानमंत्री मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया है, जो भारत की पड़ोसी पहले नीति का प्रमाण है।

इन देशों ने स्‍वीकारा न्‍योता

विदेश मंत्रालय (एमईए) ने शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा कि श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्‍जू, सेशेल्स के उपराष्ट्रपति अहमद अफीफ, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना, मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद कुमार जगन्नाथ, नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ और भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे ने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।

‘पड़ोसी पहले’ नीति के तहत दिया गया आमंत्रण

इस आयोजन के महत्व पर प्रकाश डालते हुए विदेश मंत्रालय ने जोर दिया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लगातार तीसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए नेताओं की यात्रा भारत द्वारा अपनी पड़ोसी पहले नीति और सागर दृष्टिकोण को दी गई सर्वोच्च प्राथमिकता के अनुरूप है।

डिनर में शामिल होंगे विदेशी अतिथ‍ि

इसके अतिरिक्त, विदेश मंत्रालय ने उल्लेख किया कि शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के अलावा, नेता उसी शाम राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा आयोजित भोज में भी शामिल होंगे।

पड़ोसी नेताओं को पीएम मोदी का निमंत्रण क्षेत्र के देशों के साथ जुड़ने के भारत के निरंतर प्रयासों को दर्शाता है। 2014 में उन्होंने सार्क देशों के नेताओं को बुलाया और 2019 में उन्होंने बिम्सटेक समूह के देशों को आमंत्रित किया।

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