हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में किसकी बनेगी सरकार? आज आएगा जनता का फैसला

हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में किस पार्टी की सरकार बनेगी और कौन मुख्यमंत्री का ताज पहनेगा इससे जुड़े सभी सवालों पर से मंगलवार को परदा हट जाएगा। दोनों राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे मंगलवार को घोषित हो जाएंगे। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर के लोगों का पिछले छह सालों से सरकार को लेकर चला रहा इंतजार खत्म हो जाएगा।

2014 में बनी थी पीडीपी-भाजपा गठबंधन की सरकार

जम्मू- कश्मीर में इससे पहले विधानसभा चुनाव 2014 में हुए थे। इसके बाद वहां पीडीपी और भाजपा गठबंधन की सरकार बनी थी, हालांकि ये सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पायी थी और समय से पहले गिर गई थी। बाद में नंबर 2018 में विधानसभा को भी भंग कर राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। तभी से वहां फिर से चुनाव की मांग उठ रही थी।

आठ बजे तक आ सकता पहला परिणाम

केंद्रीय निर्वाचन आयोग ने दोनों ही राज्यों में मतगणना को लेकर व्यापक इंतजाम किए गए। जिसमें पहला चुनाव परिणाम आठ बजे तक आने की संभावना है। इसके साथ ही प्रत्येक जिले में सामान्य पर्यवेक्षकों के साथ ही विशेष पर्यवेक्षकों की भी तैनाती दी है। जो प्रत्येक विधानसभा सीटों की मतगणना पर पैनी नजर रखेंगे।

हरियाणा में भाजपा की प्रतिष्ठा दांव पर

आयोग ने दोनों ही राज्यों में मतगणना की तैयारियों की सोमवार को समीक्षा भी की है। राजनीतिक दलों के दोनों राज्यों के चुनाव काफी अहम है। खासकर हरियाणा में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। पिछले दस सालों से राज्य में जहां भाजपा का कब्जा रहा है, वहीं देखना होगा कि वह अपनी जीत की हैट्रिक लगा पाती है या फिर यहां कांग्रेस अपना झंडा लहराएगी।

कांग्रेस में कई नाम चर्चा में

हरियाणा वैसे भी कांग्रेस के मजबूत गढ़ों में रहा है। इस बीच दोनों दलों की ओर से अपनी-अपनी जीत के दावे किए जा रहे है। मतगणना और आने वाले परिणामों के बाद की स्थिति के लिए दोनों ही दलों ने सोमवार को अपनी रणनीतिक बैठक की है। यह बात अलग है कि हरियाणा में भाजपा यदि सत्ता में वापसी करती है तो मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। जबकि कांग्रेस के बीच अभी संशय की स्थिति है। वहां मुख्यमंत्री के लिए कई नाम चर्चा में है।

हालांकि इनमें सबसे मजबूत दावेदार भूपेंद्र सिंह हुड्डा है। इसके साथ ही इस परिणाम से हरियाणा के चुनावी दंगल में उतरे आप, बसपा व इनेलो जैसे दलों की ताकत का भी पता चलेगा।

हरियाणा में आप ने भी लगाया दम

आप संयोजक अरविंद केजरीवाल को इस चुनाव से पहले ही जमानत मिली थी। उन्होंने इस चुनाव में जमकर प्रचार भी किया है। इसके साथ ही देश भर की नजरें जम्मू-कश्मीर के विधानसभा चुनाव परिणाम पर भी टिकी हुई है। जहां अभी फिलहाल नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस गठबंधन की ओर से ही सरकार बनाने के दावे किए जा रहे है।

निर्दलियों पर सबकी निगाहें

वहीं भाजपा खुद को राज्य की सबसे पार्टी बनकर उभरने की बात कर रही है। पीडीपी को कश्मीर में अपने पक्ष में बड़े उभार की उम्मीद लगाए हुए है। इस सब के बीच जम्मू-कश्मीर के चुनावी मैदान में इस बार उतरे बड़ी संख्या में निर्दलीय प्रत्याशियों पर भी निगाहें लगी है। यदि इनकी एक अच्छी संख्या जीत कर सामने आती है, तो राज्य में कुछ बड़ा उटलफेर भी देखने को मिल सकता है।

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