2047 तक भारत विकसित राष्ट्र बनने के लिए 9-10 फीसदी की दर से विकास की जरूरत

भारत के जी20 शेरपा अमिताभ कांत ने कहा कि वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनने के लिए भारत को कड़ी मेहनत करनी होगी। 35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लिए भारत को अगले तीन दशकों तक 9-10 प्रतिशत की दर से विकास बढ़ाने की जरूरत है।

वह कहते हैं कि भारत 2027 तक जापान और जर्मनी को पछाड़कर तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है।

पीटीआई एजेंसी के अनुसार एक मीडिया समिट में अमिताभ कांत ने कहा कि भारत को उच्च दर से विकास करना चाहिए। इसके लिए भारत को साल दर साल 9-10 प्रतिशत की दर से विकास करने की आवश्यकता है।

वह कहते हैं कि भारत की अर्थव्यवस्था 2023 के अंतिम तीन महीनों में उम्मीद से बेहतर 8.4 प्रतिशत की दर से बढ़ी। यह पिछले डेढ़ साल में सबसे तेज है। इस तेजी के बाद अक्टूबर-दिसंबर में विकास दर ने चालू वित्त वर्ष के अनुमान को 7.6 प्रतिशत तक ले जाने में मदद करेगा।

प्रति व्यक्ति आय में हो इजाफा

देश के विकास में प्रति व्यक्ति आय भी बहुत जरूरी है। ऐसे में प्रति व्यक्ति आय को लेकर अमिताभ कांत का कहना है कि 2047 तक 35 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के साथ हमारे उद्देश्य प्रति व्यक्ति आय को वर्तमान 3,000 अमेरिकी डॉलर से बढ़ाकर 18,000 अमेरिकी डॉलर तक बढ़ाना भी होना चाहिए।

इसके आगे वह कहते हैं कि भारत को विकास का चैंपियन बनने के लिए कम से कम 12 राज्यों की आवश्यकता है, और उन्हें 10 प्रतिशत से अधिक की दर से विकास करना होगा।

यह देखते हुए कि झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार जैसे पूर्वी राज्यों को उच्च दर से बढ़ने की जरूरत है। अगर ये राज्य 10 प्रतिशत से अधिक की दर से विकास करें, तो भारत 10 प्रतिशत से अधिक की दर से बढ़ेगा।

लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2024) के बाद भारत को शिक्षा, स्वास्थ्य और पोषण में व्यापक सुधारों की शुरुआत करनी चाहिए।

वह कहते हैं कि अगर राज्य स्तर पर शासन और कार्यान्वयन की गुणवत्ता में सुधार होता है, तो आप भारत की विकास कहानी में बड़े पैमाने पर बदलाव देखेंगे।

भारत को विकास के लिए कई बड़ी कंपनियों की जरूरत है, क्योंकि जब बड़ी कंपनियां आती हैं, तो वे टियर 2 और टियर 3 शहरों में अपनी आपूर्ति श्रृंखला तैयार करती हैं।

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