रूस के वैगनर ग्रुप की एंट्री हुयी इस्राइल-हमास युद्ध में!

रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर ग्रुप हिजबुल्ला को एसए-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी कर सकता है। यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों और बंदूक की मदद से हवाई हमलों से निपटने में बेहद कारगर है।

इस्राइल हमास युद्ध को शुरू हुए 28 दिन हो गए हैं, लेकिन अभी भी लड़ाई थमने के आसार नजर नहीं आ रहे। अब एक ऐसी खबर आई है, जिससे आशंका है कि यह लड़ाई और लंबी खिंच सकती है। दरअसल अमेरिका की एक खुफिया रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि रूस का वैगनर ग्रुप लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्ला को एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी करने की तैयारी कर रहा है। बता दें कि हिजबुल्ला भी इस्राइल पर हमले कर रहा है, ऐसे में इस्राइल-हमास और हिजबुल्ला के बीच छिड़ी ये लड़ाई और बढ़ सकती है।

हिजबुल्ला को मिल सकता है एसए-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम
अमेरिकी मीडिया के अनुसार, अमेरिकी अधिकारी फिलहाल वैगनर ग्रुप और हिजबुल्ला के बीच जारी बातचीत पर निगाह रखे हुए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, वैगनर ग्रुप हिजबुल्ला को एसए-22 मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी कर सकता है। यह मिसाइल डिफेंस सिस्टम एंटी एयरक्राफ्ट मिसाइलों और बंदूक की मदद से हवाई हमलों से निपटने में बेहद कारगर है। एसए-22 सिस्टम को पेंटासिर-एस1 के नाम से भी जाना जाता है। इसे एक ट्रक पर तैनात किया जा सकता है और इस हथियार से आराम से जमीन से हवा में मौजूद एयरक्राफ्ट को निशाना बनाया जा सकता है। वैगनर ग्रुप से यह हथियार मिलने के बाद ईरान समर्थित आतंकी संगठन की इस्राइल के हवाई हमले के खिलाफ ताकत में काफी इजाफा हो जाएगा।

डील के लिए सीरिया में मिले वैगनर और हिजबुल्ला के लोग
लेबनान सीमा पर इस्राइल और हिजबुल्ला के बीच लड़ाई बढ़ती जा रही है। रिपोर्ट के अनुसार, अभी हिजबुल्ला को एयर मिसाइल डिफेंस सिस्टम की डिलीवरी होनी है लेकिन वैगनर और हिजबुल्ला के लोग फिलहाल सीरिया में मौजूद हैं और जल्द ही इस सौदे को लेकर सहमति बन सकती है। अभी तक यह साफ नहीं है कि इस एयर डिफेंस का इस्तेमाल हिजबुल्ला के लड़ाकों द्वारा किया जाएगा या फिर इसे हमास के बचाव के लिए गाजा पट्टी भेजा जाएगा। रूस के अधिकारियों ने इन रिपोर्ट्स पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की है। बता दें कि रूस भी फलस्तीन का समर्थन कर चुका है और रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सीजफायर की मांग को लेकर एक प्रस्ताव भी पेश किया था। हालांकि पश्चिमी देशों ने इस प्रस्ताव को खारिज कर दिया।

अमेरिका भी बढ़ा रहा पश्चिम एशिया में सैन्य मौजूदगी
वहीं अमेरिका भी पश्चिम एशिया में अपनी सैन्य मौजूदगी को बढ़ा रहा है। अमेरिका ने पश्चिम एशिया में एयर डिफेंस सिस्टम भी तैनात किए हैं और अपने सैनिकों की संख्या भी बढ़ा रहा है। अमेरिका की कोशिश है कि हमास का साथ देने से हिजबुल्ला को रोका जाए। हालांकि इसके बावजूद बीते हफ्ते ही हिजबुल्ला, हमास और फलस्तीन इस्लामिक जिहाद के प्रमुखों की बैठक हुई है।

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