जालंधर : सरकारी नौकरी करने वालों को लोन मिलने में आसानी होती है क्योंकि बैंकों को पता होता है कि यदि कर्मचारी लोन राशि की अदायगी करने में आनाकानी करेंगे तो बैंक संबंधित विभाग तक अप्रोच करके अपनी लोन राशि की रिकवरी कर सकता है, इसलिए सरकारी कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से लोन दे दिया जाता है। इसी क्रम में पंजाब सरकार के अन्तर्गत आते सहकारी बैंक (को-ऑपरेटिव बैंक) ने पावरकॉम के 884 डिफाल्टर कर्मचारियों से 9.44 करोड़ की वसूली के लिए सरकार तक अप्रोच की है। सरकार द्वारा इस पर सख्ती करते हुए पावरकॉम को आदेश जारी किए गए है कि बैंक डिफाल्टर हुए पावरकॉम के कर्मचारियों के वेतन अथवा पैंशन से लोन राशि वसूल की जाए ताकि बैंक को पैसे दिए जा सके। सोसायटी एक्ट 1961 की धारा 39 के तहत उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया जा रहा है।
को-ऑपरेटिव बैंक से लोन लेकर उसकी राशि अदा न करने वाले कर्मचारियों से अब ब्याज सहित पैसों की वसूली की जाएगी, जिसके चलते तय राशि से अधिक रकम अदा करनी पड़ेगी। उक्त कार्रवाई केवल बातों में ही नहीं बल्कि लिखित तौर पर होनी शुरू हो रही है। बैंक द्वारा इस संबंध में सरकार तक अप्रोच की गई थी व 12-09-23 को पत्र संख्या 6289 के माध्यम से पैसों की वसूली हेतु बताया गया था। इसपर सरकार ने किश्तें तोड़ने वाले पावरकॉम के 884 कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की कवादत शुरू की है। पंजाब सरकार के मुख्य सचिव द्वारा पावरकॉम की प्रिंसीपल सचिव को जारी किए गए पत्र 7695 दिनाक 18-10-23 में पैसों की वसूली हेतु लिखा गया है।
पंजाब सरकार के मुख्य सचिव अनुराग अग्रवाल द्वारा पावरकॉम के प्रिंसीपल सचिव तेजवीर सिंह को पत्र भेजा गया है, जिसपर पावरकॉम ने हरकत में आते हुए विभागीय कार्रवाई के आदेश दिए हैं। पावरकॉम के मुख्य अकाऊंट अधिकारी द्वारा 22 दिसम्बर 23 (शुक्रवार) को डी.डी.ओज को जारी किए गए पत्र संख्या 7481/7660 में हिदायतें दी गई हैं ताकि लोन राशि की रिकवरी की जा सके।
पावरकॉम ने रिकवरी संबंधी जारी किए आदेश
पावरकॉम द्वारा शुक्रवार को जारी किए गए पत्र की कापी बैंक के हैड ऑफिस पटियाला व चंडीगढ़ भेजी गई है। इस पत्र में रिकवरी संबंधी जो आदेश जारी किए गए है, उनमें डी.डी.ओज द्वारा कार्रवाई को अंजाम दिया जाएगा। अकाऊंट अधिकारियों ने इस पत्र के माध्यम से बताया है कि पावरकॉम के कर्मचारियों ने पर्सनल लोन लेकर इसकी अदायगी नहीं की है। इसके चलते सरकार की तरफ से कार्रवाई करने संबंधी आदेश प्राप्त हुए हैं, इसे ध्यान में रखते हुए पावरकॉम के कर्मचारियों की सैलरी व उनकी पैंशन से पैसों की वसूली शुरू की जाए।