मध्य प्रदेश के खजुराहो में 20 फरवरी से शुरू होने जा रहा है खजुराहो डांस फेस्टिवल, जो 25 फरवरी को समाप्त होगा। संस्कृति विभाग द्वारा उस्ताद अलाउद्दीन खां संगीत एवं कला अकादमी, मध्य प्रदेश संस्कृति परिषद् भोपाल के माध्यम से खजुराहो में हर साल खजुराहो नृत्य समारोह का आयोजन मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग व पुरातत्व विभाग की सहभागिता से किया जाता है। इस बार खजुराहो नृत्य महोत्सव अपना स्वर्ण जंयती वर्ष मना रहा है। जिसकी शुरुआत 1975 में हुई थी। इस अवसर को और ज्यादा खास व यादगार बनाने के लिए कथक कुंभ का आयोजन किया जा रहा है। 20 फरवरी, 2024 को कथक नृत्य के 1500 से 2000 कलाकारों द्वारा सामूहिक नृत्य ‘‘कथक-कुंभ” प्रस्तुत कर विश्व रिकॉर्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
महोत्सव में पहली बार लयशाला का आयोजन होगा। इसमें भारतीय नृत्य शैलियों के अपनी विधा के श्रेष्ठ गुरूओं के साथ शिष्यों का संगम और वर्कशॉप्स होंगे। बता दें कि खजुराहो नृत्य समारोह में अब तक भारत की सभी प्रमुख शास्त्रीय नृत्य शैलियों जैसे भरतनाट्यम, ओडीसी, कथक, मोहिनीअट्टम, कुचिपुड़ी, कथकली, यक्षगान, मणिपुरी आदि के युवा और वरिष्ठ कलाकार अपनी कला की आभा बिखेर चुके हैं।
पर्यटकों को एक्टिविटीज का भी मिलेगा मौका
खजुराहो डांस फेस्टिवल को देखने देश-विदेश से पर्यटक और कलाकार पहुंचते हैं। सांस्कृति कार्यक्रमों को देखने के अलावा पर्यटकों के लिए कई तरह की एडवेंचर एक्टिविटीज भी मौजूद रहेंगी। स्काई डाइविंग, कैम्पिंग, ट्रेल जॉय राइड, वाटर एडवेंचर, स्पीड बोट, बनाना राइड, शिकारा बाइड, ऱॉफ्टिंग, विलेज टूर, ई-बाइक टूर, रानेह फॉल टूर, दतला पहाड़, सेगवे टूर, खजुराहो नाइट टूर, फॉर्म टूर जैसी एक्टिविटीज की यहां व्यवस्था की जा रही है।
इस शुभ अवसर पर मध्यप्रदेश रूपंकर कला पुरस्कार व प्रदर्शनी एवं अलंकरण समारोह होगा। इसमें सरकार द्वारा प्रदेश के जाने- माने रूपंकर कलाकारों के नाम से स्थापित 10 राज्य स्तरीय पुरस्कार चयनित कलाकारों को प्रदान किए जाएंगे।