स्मार्टफोन में UV स्क्रीन प्रोटेक्टर लगाना पड़ सकता है महंगा, Xiaomi ने जारी की चेतावनी

Xiaomi ने स्मार्टफोन यूजर्स को लिए उन यूजर्स के लिए एडवायजरी जारी की है, जो फोन की स्क्रीन पर UV एडहेसिव वाले स्क्रीन प्रोटेक्टर यूज करते हैं। कंपनी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर करते हुए जानकारी दी है। शाओमी ने बताया कि ये प्रोटेक्टर संभव है कि फोन को कुछ स्क्रेच से बचाएं लें। लेकिन, इसके चलते डिवाइस की वारंटी खत्म भी हो सकती है।

Redmi India ने शेयर किया पोस्ट

Xiaomi का सब-ब्रांड Redmi ने अपनी पोस्ट में UV प्रोटेक्टर्स को लगाने के प्रोसेस के बारे में जानकारी दी हैं। कंपनी ने बताया कि इन प्रोटेक्टर को UV ग्लू की मदद से फोन में लगाया जाता है।

अगर इसे ठीक से अप्लाई न किया जाए तो ग्लो फोन के सेंसिटिव जगहों जैसे- स्पीकर, बटन में जा सकता है। इसकी वजह से फोन में बार-बार रिस्टार्ट, स्पीकर की खराब आवाज, बटन ठीक से काम न करने जैसी खामियां आ सकती हैं।

क्या होते हैं UV स्क्रीन प्रोटेक्टर्स

स्मार्टफोन यूजर्स के बीच में यूवी स्क्रीन प्रोटेक्टर्स काफी पॉपुलर हैं। इनमें एक खास तरह का एडहेसिव यूज किया जाता है, जो बेहतर कवरेज और ड्यूरेबिलिटी ऑफर करता है। खासतौर पर कर्व स्क्रीन वाले स्मार्टफोन के लिए, जिनमें साधारण स्क्रीन प्रोटेक्टर्स ठीक से काम नहीं करते हैं।

बाजार में मिलने वाले नॉर्मल स्क्रीन प्रोटेक्टर्स में स्टीकर एडहेसिव का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन यूवी स्क्रीन प्रोटेक्टर में लिक्विड ग्लू का इस्तेमाल होता है, जो अप्लाई करने के दौरान डिवाइस को खराब कर सकता है।

क्या है खतरा

रेडमी इंडिया की पोस्ट से यह तो साफ हो जाता है कि यूवी स्क्रीन प्रोटेक्टर आपको भले छोटे-मोटे स्क्रैच से बचा लें लेकिन इसके चलते डिवाइस के कॉम्पोनेट्स खराब हो सकता हैं।

जैसे ही यूवी ग्लो पर यूवी लाइट पड़ती हैं तो यह उस जगह पर तेजी से चिपक जाता है। इसके चलते स्मार्टफोन के पार्ट्स खराब होने के साथ साथ आपकी वारंटी भी खत्म हो सकती है।

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