दिल्ली सरकार का बजट आज पेश किया जाएगा। बजट रामराज्य की अवधारणा पर होने की संभावना है। इसके अलावा बजट में आगामी लोकसभा और अगले वर्ष की शुरूआत में होने वाले विधानसभा चुनाव की झलक दिखाई देने की उम्मीद जताई जा रही है। लिहाजा केजरीवाल सरकार के 10वें बजट में घोषणाओं की झड़ी दिखाई दे सकती हैं।
सूत्रों के अनुसार केजरीवाल सरकार ने भाजपा के माने जाने वाले हिंदू वोट बैंक में अपने बजट के माध्यम से सेंध लगाने की तैयारी की है। इस कड़ी में उसने अपना बजट रामराज्य की अवधारणा पर तैयार किया है। लिहाजा बजट में लोगों को बेहतर सुविधा देने के साथ-साथ दिल्ली के विकास पर जोर होगा।
प्रशासन को पारदर्शी बनाने के साथ-साथ सभी विभागों को भ्रष्टाचार मुक्त व जनता के प्रति जवाबदेही बनाने पर ध्यान देने की उम्मीद है। इसके अलावा युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में भी पहल होगी। इस तरह बजट में 2047 तक की कार्ययोजना देखने को मिल सकती है। खास तौर पर बजट में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, सीवरेज सिस्टम, परिवहन, पर्यावरण और जलापूर्ति पर सबसेे अधिक जोर रहने की उम्मीद है।
पहली बार बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री आतिशी की ओर से आगामी लोकसभा चुनाव और अगले वर्ष की शुरूआत में होने से विधानसभा चुनाव के मद्देनजर साफ सुंदर और आधुनिक दिल्ली भी जोेर देते हुए राजधानी निवासियों को लुभाने का प्रयास किया जाने की संभावना है।
बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान होगा। इसके अलावा वह यमुना की सफाई से लेकर कूड़े के पहाड़ों से छुटकारे के लिए भी बजट में प्रावधान करेगी। दरअसल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने वर्ष 2025 तक यमुना नदी को साफ करने का दावा किया हुआ है। इस कड़ी में दिल्ली सरकार ने जल बोर्ड के माध्यम से कई योजनाएं शुरू कर रखी हैं।