फलस्तीनियों को अल्टीमेटम देने के बाद इजरायल का राफा पर ताबड़तोड़ हमला

सोमवार रात दक्षिणी गाजा के राफा इलाके में कई विस्फोट हुए।कई स्थानीय सोशल मीडिया अकाउंट ने दावा किया कि विस्फोटों की आवाज राफा के पूर्व में सुनाई दी। यह वहीं इलाका है, जहां से इजरायली सेना नागरिकों को निकालने में जुटी हुई थी।

अमेरिकी सूत्रों ने सीएनएन को बताया कि वे विस्फोट रिपोर्टों पर सावधानीपूर्वक नजर रख रहे हैं और वर्तमान स्थिति के बारे में ‘बहुत चिंतित’ हैं। बाइडन प्रशासन अभी भी इजरायल के राफा में प्रवेश के इस बड़े कदम के खिलाफ है। बता दें कि 6 मई को इजरायली सेना ने पूर्वी राफा को खाली कराने के लिए निवासियों को नोटिस जारी किया था।

मानवीय एजेंसियों ने किया आगाह

मानवीय एजेंसियों ने राफा पर हो रहे आक्रमण के प्रति आगाह किया है। उन्होंने शहर और उसके आसपास 12 लाख विस्थापित फलस्तीनियों की पीड़ा और हताहतों की संख्या बढ़ने की चेतावनी दी है। विश्व खाद्य कार्यक्रम के अनुसार, उत्तरी गाजा पहले से ही भीषण अकाल से जूझ रहा है।

अमेरिका नहीं करेगा समर्थन

सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार, पिछले निकासी आदेशों की भी अंतरराष्ट्रीय निकायों और मानवीय संगठनों ने आलोचना की है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि ‘वह राफा में किसी ऑपरेशन का उस तरह से समर्थन नहीं कर सकता जिस तरह से इसकी कल्पना की गई है। हमने कुछ समय के लिए राफा पर अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है, यानी हम राफा में किसी ऑपरेशन का समर्थन नहीं कर सकते।

फलस्तीनियों की बढ़ेगी पीड़ा

राफा में इजरायल के जमीनी हमले पर अमेरिका के रुख को स्पष्ट करते हुए मिलर ने कहा कि इससे न केवल फलस्तीनियों की पीड़ा बढ़ेगी, बल्कि सहायता वितरण भी बाधित होगा। बता दें कि इजरायल पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का दबाव है कि वह राफा में जमीनी अभियान शुरू करने से परहेज करे, जो कई हफ्तों से इजरायली हवाई बमबारी के अधीन है। यह शहर गाजा के उत्तर और केंद्र से भाग रहे फलस्तीनियों के लिए अंतिम प्रमुख शरणस्थली है।

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