गरमी अपने चरम पर है। इस मौसम में पेट से जुड़ी समस्या सबसे अधिक होती है। कई बार खानपान या पानी कम पीने की वजह से उल्टी, जी मिचलाना, सिर दर्द और अपच जैसी समस्याएं हो सकती है। अगर आप भी ऐसी समस्याओं से ग्रसित हैं तो सावधान हो जाएं। इन समस्याओं से बचने के लिए पेट को ठंडा रखने वाले फूड का सेवन करें।
पेट में गर्मी का कारण
पेट में गर्मी होने की कई वजह हो सकती है। इसमें ज्यादा मिर्च-मसाले वाली सब्जी खाने से, नॉनवेज खाने से, ज्यादा दवा खाने से, अधिक स्मोकिंग से, अधिक कॉफी या चाय पीने, अधिक खाकर लंबे समय तक बैठे रहने से और कम पानी पीने की वजह से भी पेट की समस्या हो सकती है।
पेट की गर्मी शांत करने का तरीका
गर्मी में पेट की समस्या से बचने के लिए खान-पान का विशेष ख्याल रखें। इस मौसम में हल्का खाना खाएं। अधिक तेल-मसाला खाने से बचें। सुबह खाली पेट गुनगुना पानी अवश्य पीयें। लस्सी, छाछ या दही का सेवन करें। ज्यादा समय तक खाली पेट न रहें। दिनभर एक समय अंतराल में दिनभर पानी पीते रहें।
केला-पेट की गर्मी को शांत करने के लिए रोज केला खाएं। इसमें पोटेशियम अधिक मात्रा में पाया जाता है, जो एसिड कंट्रोल करने में मदद करता है। केला सेवन से पेट में चिकनी लेयर बनती है, जिससे गर्मी से राहत मिलती है।
पुदीना-गर्मी में पुदीने का सेवन करें। पुदीने की चटनी या दही में मिलाकर खा सकते हैं। इसके अलावा पुदीने का शरबत भी बनाकर पी सकते हैं। इससे पेट की गर्मी शांत रहती है। इ
सौंफ-पुदिना पेट की गर्मी को शांत करने में मदद करता है। सौंफ और मिश्री खाने से पेट की जलन शांत होती है। इससे एसिडिटी भी कम होती है। खाने खाने के बाद सौंफ और मिश्री का सेवन कर सकते हैं।
अगर आप रेगुलर दूध पीते हैं तो गर्मी में गर्म दूध पीने से बचें। ठंडा दूध ही पीएं। रोजाना एक कप ठंडा दूध पीने से कैल्शियम मिलने के साथ ही पेट की गर्मी भी शांत होगी। इससे एसिडिटी भी कम होती है।
तुलसी के पत्ते- तुलसी को सर्वगुण संपन्न माना जाता है। खाली पेट तुलसी चबाने से पेट में पानी की मात्रा बढ़ती है। जिससे पेट का एसिड कम होता है। गर्मी में नियमित रूप से तुलसी के पत्ते की चाय पाएं।