राजधानी में 142 प्रत्याशियों पर नोटा भारी पड़ा। अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में इन प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले। नॉर्थ वेस्ट दिल्ली में सबसे ज्यादा 8946 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। दूसरे नंबर पर वेस्ट दिल्ली सीट पर 8460 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया। सातों सीटों पर कुल 44863 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया।
चांदनी चौक में 22 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले। यहां पर 5563 मतदाताओं ने नोटा का बटन दबाया। इसी तरह से ईस्ट दिल्ली में 17 प्रत्याशी नोटा से हारे, यहां पर कुल 5275 लोगों ने नोटा का इस्तेमाल किया। नई दिल्ली सीट से 14 प्रत्याशी नोटा से हारे, यहां 4813 वोट नोटा के पक्ष में पड़े। नॉर्थ ईस्ट दिल्ली में सबसे ज्यादा 25 प्रत्याशी नोटा से हारे, यहां 5845 वोट नोटा को मिले। साउथ दिल्ली में 19 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले। यहां कुल 5961 वोट नोटा के पक्ष में दिए गए। इसी तरह से वेस्ट दिल्ली में 22 प्रत्याशियों को नोटा से कम वोट मिले।
कहीं तीन तो कहीं दो प्रत्याशी नोटा से जीते
चांदनी चौक से जीते प्रवीण खंडेलवाल, दूसरे नंबर पर रहे जय प्रकाश अग्रवाल और जमानत नहीं बचा पाए बसपा से अबुल कलाम आजाद को ही नोटा से ज्यादा वोट हासिल हुए। ऐसे ही साउथ दिल्ली से जीते रामवीर सिंह बिधूड़ी, दूसरे स्थान पर रहे आप प्रत्याशी सही राम और जमानत नहीं बचा पाए बसपा से अब्दुल बसित को ही नोटा से ज्यादा मिल पाए।
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली से जीते मनोज तिवारी, दूसरे स्थान पर रहे कांग्रेस से कन्हैया कुमार और जमानत नहीं बचा पाए बसपा से अशोक कुमार को ही नोटा से ज्यादा वोट मिले। ऐसे ही ईस्ट दिल्ली से जीते हर्ष मल्होत्रा, दूसरे नंबर पर आप से कुलदीप कुमार और जमानत नहीं बचा पाए मो. वकार चौधरी को ही नोटा से ज्यादा वोट हासिल हुए।
नॉर्थ वेस्ट दिल्ली से जीते भाजपा के योगेंद्र चंदोलिया, कांग्रेस से हारे उदित राज और जमानत नहीं बचा पाए बसपा से विजय बौद्ध को ही नोटा से अधिक वोट मिले। वेस्ट दिल्ली में केवल दो प्रत्याशी ऐसे हैं जिन्हें नोटा से ज्यादा वोट मिले। भाजपा से जीतीं कमलजीत सहरावत और हारे महाबल मिश्रा को ही नोटा से ज्यादा वोट मिले। नई दिल्ली से जीतीं बांसुरी स्वराज, हारे सोमनाथ भारती और जमानत नहीं बचा पाए बसपा से राजकुमार आनंद को ही नोटा से ज्यादा वोट मिल पाए।